मथुराः गांव नगला कोल्हू स्थित विगत दस वर्षों से बंद पड़े प्लांट से कूड़े से खाद बननी शुरू हो गई है. इसका उद्घाटन मथुरा के मेयर डॉ. मुकेश आर्य बंधु ने किया.दस वर्ष पूर्व लीगेसी वेस्ट (पुराना कूड़ा) के निस्तारण के लिए यह प्लांट स्थापित किया गया था. तब से अब तक करीब 2.50 लाख मीट्रिक टन कूड़ा यहां इकट्ठा हो चुका है.
वर्ष 2012 में इस प्लांट का काम संभाल रही कार्यदायी संस्था के खिलाफ वाद दायर किया गया था. इस कारण यह प्लांट बंद हो गया था. हाल में ही प्लांट को फिर से शुरू कराने के लिए निविदाएं आमंत्रित की गईं थीं. ब्लैकबेरी ओवरसीज प्रा. लि. संस्था को इसके लिए चुना गया.
नगर निगम की ओर से सितंबर में नगला कोल्हू स्थित प्लांट में इस संस्था को यह जिम्मेदारी दी गई. संस्था की ओर से रोज 300 टन लीगेसी वेस्ट निस्तारण के लिए ट्रामल मशीन स्थापित की गई है. दो पालियों में करीब 500 टन लीगेसी वेस्ट का निस्तारण होगा. दिवाली के बाद इस प्लांट की क्षमता में वृद्धि की जाएगी.
कार्यदायी संस्था की ओर से दूसरी ट्रामल मशीन स्थापित की जाएगी. इससे इस प्लांट की क्षमता बढ़कर रोज 1000 टन लीगेसी वेस्ट के निस्तारण की हो जाएगी. बताया गया कि लीगेसी वेस्ट से निस्तारण होने वाले प्रसंस्करण का इस्तेमाल उद्योगों में ईधन के रूप में भी किया जा सकेगा. साथ ही कृषि कार्यों में यह खाद के रूप में इस्तेमाल होगा. बताया गया कि जैसे-जैसे कूड़ा हटता जाएगा खाली जगह पर पौधरोपण कराकर पार्क विकसित किए जाएंगे.
180 टन कचरे को रोज निस्तारित कर रहे प्लांट की क्षमता में वृद्धि भी कराई जाएगी. आगामी छह माह में इस प्लांट की क्षमता दोगुनी हो जाएगी. इस संबंध में नगर आयुक्त अनुनय झा ने आदेश दे दिए हैं. दो जेसीबी मशीनें और एक जैटिंग प्रेशर टैंकर भी उपलब्ध कराया जाएगा. उम्मीद जताई गई है कि इस तरह की व्यवस्थाओं से काफी हद तक कूड़े के निस्तारण में मदद मिल सकेगी.