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मथुरा: शहीद रवि करन ने टाइगर हिल पर दिया था दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब

मथुरा के शहीद रवि करन को कारगिल युद्ध में वीरता के लिये सेवा मेडल से सम्मानित किया गया. मथुरा जनपद के नोहझील ब्लॉक के रहने वाले रवि करन की वीर गाथाएं आज भी लोगों से सुनने को मिलती हैं.

परिजनों ने शहीद रवि करन सिंह को याद किया
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Published : Jul 25, 2019, 1:43 PM IST

मथुरा: जिले के नौहझील में रहने वाले रवि करन सिंह (18) ग्रेनेडियर बटालियन में 29 अगस्त 1987 को सेना में भर्ती हुए थे. 4 महीने की छुट्टी बिताने के बाद लांस नायक रवि करण सिंह कारगिल युद्ध में टाइगर हिल पर तैनात थे और दुश्मनों को छक्के छुड़ा दिए थे. दुश्मनों से लड़ते हुए रवि करन शहीद हो गए. सेना ने उनकी वीरता के लिए उन्हें सेवा मेडल से सम्मानित किया. शहीद रवि करण की वीर गाथाएं आज भी उनके पैतृक गांव और परिवार में सुनने को मिलती हैं.

शहीद रवि करन के परिजनों ने की ईटीवी भारत से बातचीत.


रवि करन मथुरा छुट्टी बिताने के बाद ड्यूटी ज्वाइन करने जम्मू जा रहे थे तो कहा अपना और बच्चों का ख्याल रखना. कारगिल में युद्ध के हालात बने हुए हैं, इसलिए मेरी ड्यूटी भी टाइगर हिल पर लगी है.
विमलेश देवी, पत्नी

पापा की वीर गाथाएं की कहानी मां अक्सर परिवार में सुनाती हैं. पापा हमेशा से ही बहादुर निष्ठावान और अपनी ड्यूटी के प्रति जिम्मेदार रहे.हमें अपने पापा पर गर्व है ,और सरकार द्वारा जो वादे किए थे वह भी पूरे किए गए
शैलेंद्र, बेटा

टाइगर हिल पर दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए शहीद हुए भाई करन सिंह की शहादत पर पैतृक गांव परिवार और देश को गर्व है क्योंकि भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया. कारगिल युद्ध में टाइगर हिल पर दुश्मनों को कब्जा नहीं करने दिया.
गोविंद सिंह, भाई

मथुरा: जिले के नौहझील में रहने वाले रवि करन सिंह (18) ग्रेनेडियर बटालियन में 29 अगस्त 1987 को सेना में भर्ती हुए थे. 4 महीने की छुट्टी बिताने के बाद लांस नायक रवि करण सिंह कारगिल युद्ध में टाइगर हिल पर तैनात थे और दुश्मनों को छक्के छुड़ा दिए थे. दुश्मनों से लड़ते हुए रवि करन शहीद हो गए. सेना ने उनकी वीरता के लिए उन्हें सेवा मेडल से सम्मानित किया. शहीद रवि करण की वीर गाथाएं आज भी उनके पैतृक गांव और परिवार में सुनने को मिलती हैं.

शहीद रवि करन के परिजनों ने की ईटीवी भारत से बातचीत.


रवि करन मथुरा छुट्टी बिताने के बाद ड्यूटी ज्वाइन करने जम्मू जा रहे थे तो कहा अपना और बच्चों का ख्याल रखना. कारगिल में युद्ध के हालात बने हुए हैं, इसलिए मेरी ड्यूटी भी टाइगर हिल पर लगी है.
विमलेश देवी, पत्नी

पापा की वीर गाथाएं की कहानी मां अक्सर परिवार में सुनाती हैं. पापा हमेशा से ही बहादुर निष्ठावान और अपनी ड्यूटी के प्रति जिम्मेदार रहे.हमें अपने पापा पर गर्व है ,और सरकार द्वारा जो वादे किए थे वह भी पूरे किए गए
शैलेंद्र, बेटा

टाइगर हिल पर दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए शहीद हुए भाई करन सिंह की शहादत पर पैतृक गांव परिवार और देश को गर्व है क्योंकि भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया. कारगिल युद्ध में टाइगर हिल पर दुश्मनों को कब्जा नहीं करने दिया.
गोविंद सिंह, भाई

Intro:मथुरा। कारगिल युद्ध में अपनी वीरता का परिचय देते हुए लांस नायक रवि करन सिंह ने को सेवा मेडल से सम्मानित किया गया। कारगिल युद्ध में टाइगर हिल पर तैनात थे लांस नायक रवि करन ने दुश्मनों को अपनी गोली का निशाना बनाया। मथुरा जनपद के नोहझील ब्लॉक के रहने वाले रवि करन की वीर गाथाएं आज भी उनके परिवार में सुनने को मिलती हैं।


Body:नौहझील के रहने वाले रवि करन सिंह 18 ग्रेनेडियर बटालियन में 29 अगस्त 1987 को सेना में भर्ती हुए थे। 4 महीने की छुट्टी बताने के बाद लांस नायक रवि करण सिंह कारगिल युद्ध में टाइगर हिल पर तैनात थे और दुश्मनों को छक्के छुड़ा दिए। शहीद रवि करण की वीर गाथाएं आज भी उनके पैतृक गांव और परिवार में सुनने को मिलती हैं।


Conclusion:शहीद की पत्नी विमलेश देवी ने बताया कि रवि करन मथुरा छुट्टी बिताने के बाद ड्यूटी ज्वाइन करने जम्मू जा रहे थे तो कहा अपना और बच्चों का ख्याल रखना ।कारगिल में युद्ध के हालात बने हुए हैं इसलिए मेरी ड्यूटी भी टाइगर हिल पर लगी हुई है। लांस नायक रवि करण ने अपनी वीरता का परिचय देते हुए दुश्मनों के दांत खट्टे किए और टाइगर हिल पर दुश्मनों को कब्जा नहीं करने दिया दुश्मनों से लड़ते हुए रवि करण शहीद हो गए सेना ने उनकी वीरता के लिए सेवा मेडल से सम्मानित किया।

शहीद के बेटे शैलेंद्र ने कहा पापा की वीर गाथाएं की कहानी मां अक्सर परिवार में सुनाती हैं। पापा हमेशा से ही बहादुर निष्ठावान और अपनी ड्यूटी के प्रति जिम्मेदार रहे ।हमें अपने पापा पर गर्व है ,और सरकार द्वारा जो वादे किए थे वह भी पूरे किए गए।

शहीद के भाई गोविंद सिंह ने बताया कि टाइगर हिल पर दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए शहीद हुए, भाई करण सिंह की शहादत पर पैतृक गांव परिवार और देश को गर्व है क्योंकि भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया कारगिल युद्ध में टाइगर हिल पर दुश्मनों को कब्जा नहीं करने दिया।

वन टू वन शहीद की पत्नी विमलेश देवी और बेटा शैलेंद्र
वाइट गोविंद सिंह शहीद का भाई


mathura reporter
praveen sharma
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