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योगी सरकार में आपूर्ति ही नहीं बढ़ी सस्ती बिजली भी सुनिश्चित की गई: श्रीकांत शर्मा - mathura latest news

यूपी के मथुरा जिले में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने प्रदेश में बिजली की आपूर्ति के बारे में जानकारी दी. ऊर्जा मंत्री ने निर्बाध आपूर्ति में जुटे ऊर्जा परिवार के कोरोना योद्धाओं का अभिनंदन भी किया.

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा
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Published : Jul 20, 2020, 8:45 PM IST

मथुरा: प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विद्युत आपूर्ति के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की दिशा में यूपी में अब तक की सर्वाधिक मांग 23,419 मेगा वाट की आपूर्ति हुई है. प्रदेश में 2016 और 2017 तक 16,500 मेगावाट की अधिकतम आपूर्ति ही की गई थी. उन्होंने कहा कि 3 साल पहले तक की गई अधिकतम आपूर्ति से करीब 7000 मेगावाट अधिक आपूर्ति लगातार चौथे दिन की गई है. ऊर्जा मंत्री ने निर्बाध आपूर्ति में जुटे ऊर्जा परिवार के कोरोना योद्धाओं का अभिनंदन भी किया. उन्होंने 15 फीसदी से कम लाइन लॉस वाले सभी फीडर्स को 24 घंटे बिजली देने की बात भी कही.

'ऊर्जा परिवार के सभी इंजीनियर और कर्मचारियों का अभिनंदन'
ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्त्रोत मंत्री पंडित श्रीकांत शर्मा ने कहा कि लगातार चौथे दिन उत्तर प्रदेश की अब तक की अधिकतम मांग 23,419 मेगावाट की 17 और 18 जुलाई की रात को आपूर्ति सफलतापूर्वक की गई. इसके पहले 16 जुलाई को 22,989 मेगावाट की अधिकतम आपूर्ति की गई. यह 3 साल पहले तक की गई अधिकतम आपूर्ति से करीब 7 हजार मेगावॉट अधिक है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि साढे़ 3 साल में 7 हजार मेगावॉट मांग का बढ़ना यह बताता है कि उत्तर प्रदेश प्रगति के पथ पर है. इसके लिए उन्होंने ऊर्जा परिवार के सभी इंजीनियर और कर्मचारियों का हार्दिक अभिनंदन किया. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की दिशा में आत्मनिर्भर यूपी में सबको बिजली पर्याप्त, निर्बाध और सुनिश्चित करने की दिशा में तेजी से ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन क्षमता को बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान भी आपूर्ति में अगर बाधा आती है, तो यह कोरोना योद्धा उसे तत्काल ठीक करने में जुट जाते हैं.

'3 साल में एक करोड़ 24 लाख घरों से दूर हुआ अंधेरा'
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 2016 और 17 तक 16,500 मेगा वाट की अधिकतम आपूर्ति ही की गई थी. भाजपा सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में 54 फीसदी बिजली ज्यादा दी है. उन्होंने कहा कि अधिकतम आपूर्ति में हुए इजाफे से फीडर तक ग्रामीण क्षेत्रों में 17 घंटे 57 मिनट, तहसील में 21 घंटे 30 मिनट, जिले में 24 घंटे, बुंदेलखंड में 20 घंटे और उद्योगों को 24 घंटे बिजली दी गई है. ग्रिड से 471.142 MU बिजली की उपलब्धता रही है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सौभाग्य योजना के तहत प्रदेश में 3 साल में एक करोड़ 24 लाख से अधिक घरों का अंधेरा दूर हुआ है और 1 लाख 30 हजार मंजरों तक रोशनी पहुंची है. सौभाग्य योजना में उत्तर प्रदेश अव्वल रहा है. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि आज प्रदेश में 2 करोड़ 89 लाख बिजली उपभोक्ता हैं. जबकि पूर्व सरकारों में 10 सालों में हर साल औसतन 6.5 लाख कनेक्शन ही दिए गए और सालाना 14 हजार मजरे ही रोशन हुए.

'मौजूदा सरकार में बिजली हुई सस्ती'
ऊर्जा मंत्री ने विद्युत क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि 3 साल में प्रदेश में ट्रांसमिशन क्षमता 16,500 से 8000 मेगावाट से बढ़कर 24,500 मेगावाट हो गई है. आयात क्षमता अभी 8700 मेगावाट से बढ़कर 3 साल में 13,500 मेगा वाट हो गई है. उन्होंने बताया कि 3 साल में 92 नए ट्रांसमिशन उपकेंद्र और बेहतर वितरण व्यवस्था के लिए 33/11 kv के 587 नए उपेंद्र बने और 1091 उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि की गई. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि योगी सरकार में सिर्फ बिजली आपूर्ति ही नहीं बढ़ी बल्कि सस्ती बिजली भी सुरक्षित की गई है.

'गांव को स्वावलंबी बनाना है लक्ष्य'
ऊर्जा मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व सरकारों में 5.14 रुपए से 11.09 रुपए प्रति यूनिट बिजली खरीद के पीपीए किए गए थे. हमारी सरकार ने 2.98 रुपए से 4.19 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी और किसानों को 1.10 रुपए प्रति यूनिट पर सिंचाई के लिए बिजली दी जा रही है. प्रदेश के 2045 फीडर से एग्रीकल्चर फीडर सेपरेशन का काम अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया कि सिंचाई के लिए किसान को रात भर जागना नहीं पड़ता है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य गांव को स्वावलंबी बनाना भी है, इसलिए उन्हें 24 घंटे बिजली दिए जाने का लक्ष्य है. इसके लिए सभी फीडर के लाइन लॉस को 15 फीसदी से कम करने का अभियान जन सहयोग से चलाया जा रहा है.

मथुरा: प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विद्युत आपूर्ति के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की दिशा में यूपी में अब तक की सर्वाधिक मांग 23,419 मेगा वाट की आपूर्ति हुई है. प्रदेश में 2016 और 2017 तक 16,500 मेगावाट की अधिकतम आपूर्ति ही की गई थी. उन्होंने कहा कि 3 साल पहले तक की गई अधिकतम आपूर्ति से करीब 7000 मेगावाट अधिक आपूर्ति लगातार चौथे दिन की गई है. ऊर्जा मंत्री ने निर्बाध आपूर्ति में जुटे ऊर्जा परिवार के कोरोना योद्धाओं का अभिनंदन भी किया. उन्होंने 15 फीसदी से कम लाइन लॉस वाले सभी फीडर्स को 24 घंटे बिजली देने की बात भी कही.

'ऊर्जा परिवार के सभी इंजीनियर और कर्मचारियों का अभिनंदन'
ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्त्रोत मंत्री पंडित श्रीकांत शर्मा ने कहा कि लगातार चौथे दिन उत्तर प्रदेश की अब तक की अधिकतम मांग 23,419 मेगावाट की 17 और 18 जुलाई की रात को आपूर्ति सफलतापूर्वक की गई. इसके पहले 16 जुलाई को 22,989 मेगावाट की अधिकतम आपूर्ति की गई. यह 3 साल पहले तक की गई अधिकतम आपूर्ति से करीब 7 हजार मेगावॉट अधिक है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि साढे़ 3 साल में 7 हजार मेगावॉट मांग का बढ़ना यह बताता है कि उत्तर प्रदेश प्रगति के पथ पर है. इसके लिए उन्होंने ऊर्जा परिवार के सभी इंजीनियर और कर्मचारियों का हार्दिक अभिनंदन किया. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की दिशा में आत्मनिर्भर यूपी में सबको बिजली पर्याप्त, निर्बाध और सुनिश्चित करने की दिशा में तेजी से ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन क्षमता को बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान भी आपूर्ति में अगर बाधा आती है, तो यह कोरोना योद्धा उसे तत्काल ठीक करने में जुट जाते हैं.

'3 साल में एक करोड़ 24 लाख घरों से दूर हुआ अंधेरा'
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 2016 और 17 तक 16,500 मेगा वाट की अधिकतम आपूर्ति ही की गई थी. भाजपा सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में 54 फीसदी बिजली ज्यादा दी है. उन्होंने कहा कि अधिकतम आपूर्ति में हुए इजाफे से फीडर तक ग्रामीण क्षेत्रों में 17 घंटे 57 मिनट, तहसील में 21 घंटे 30 मिनट, जिले में 24 घंटे, बुंदेलखंड में 20 घंटे और उद्योगों को 24 घंटे बिजली दी गई है. ग्रिड से 471.142 MU बिजली की उपलब्धता रही है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सौभाग्य योजना के तहत प्रदेश में 3 साल में एक करोड़ 24 लाख से अधिक घरों का अंधेरा दूर हुआ है और 1 लाख 30 हजार मंजरों तक रोशनी पहुंची है. सौभाग्य योजना में उत्तर प्रदेश अव्वल रहा है. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि आज प्रदेश में 2 करोड़ 89 लाख बिजली उपभोक्ता हैं. जबकि पूर्व सरकारों में 10 सालों में हर साल औसतन 6.5 लाख कनेक्शन ही दिए गए और सालाना 14 हजार मजरे ही रोशन हुए.

'मौजूदा सरकार में बिजली हुई सस्ती'
ऊर्जा मंत्री ने विद्युत क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि 3 साल में प्रदेश में ट्रांसमिशन क्षमता 16,500 से 8000 मेगावाट से बढ़कर 24,500 मेगावाट हो गई है. आयात क्षमता अभी 8700 मेगावाट से बढ़कर 3 साल में 13,500 मेगा वाट हो गई है. उन्होंने बताया कि 3 साल में 92 नए ट्रांसमिशन उपकेंद्र और बेहतर वितरण व्यवस्था के लिए 33/11 kv के 587 नए उपेंद्र बने और 1091 उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि की गई. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि योगी सरकार में सिर्फ बिजली आपूर्ति ही नहीं बढ़ी बल्कि सस्ती बिजली भी सुरक्षित की गई है.

'गांव को स्वावलंबी बनाना है लक्ष्य'
ऊर्जा मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व सरकारों में 5.14 रुपए से 11.09 रुपए प्रति यूनिट बिजली खरीद के पीपीए किए गए थे. हमारी सरकार ने 2.98 रुपए से 4.19 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी और किसानों को 1.10 रुपए प्रति यूनिट पर सिंचाई के लिए बिजली दी जा रही है. प्रदेश के 2045 फीडर से एग्रीकल्चर फीडर सेपरेशन का काम अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया कि सिंचाई के लिए किसान को रात भर जागना नहीं पड़ता है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य गांव को स्वावलंबी बनाना भी है, इसलिए उन्हें 24 घंटे बिजली दिए जाने का लक्ष्य है. इसके लिए सभी फीडर के लाइन लॉस को 15 फीसदी से कम करने का अभियान जन सहयोग से चलाया जा रहा है.

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