मथुरा: नियमित वेतन न मिलने से नाराज इलेक्ट्रॉनिक बस चालकों ने चक्का जाम कर दिया. इसके चलते मथुरा में आवागमन करने वाले लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा. इस दौरान लोगों को चिलचिलाती धूप में आवागमन के लिए अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ा. बस चालकों का आरोप है कि निजी कंपनी की तरफ से नगर निगम की बसों को संचालित किया जा रहा है. मनमाने तरीके से कंपनी वेतन दे रही है और विरोध करने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है.
बता दें कि नगर विकास विभाग की तरफ से मथुरा-वृंदावन में तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया था. इसकी देखरेख का जिम्मा नगर निगम के हवाले है. नगर निगम प्रशासन ने मथुरा में 25 बसों के संचालन के लिए इसका ठेका एक निजी कंपनी को दे रखा है. इस कंपनी की तरफ से रखे गए चालक और परिचालकों ने बुधवार को चक्का जाम कर दिया. उनका आरोप है कि कंपनी उनको नियमित वेतन का भुगतान नहीं करती है. इसके अलावा कर्मचारियों के वेतन से मनमानी कटौती करती है.
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कर्मचारियों का कहना है किसी भी तरह के सवाल पर नौकरी से हटाने की धमकी दी जाती है. 25 बसों में 63 ड्राइवर सविंदा पर कार्यरत हैं और वेतन न मिलने से बहुत परेशान हैं. इसको लेकर वो उच्चाधिकारियों से वेतन भुगतान कराने की मांग कर रहे हैं. बता दें कर्मचारी अपनी मांग को लेकर अड़े हुए थे और हटने का नाम नहीं ले रहे थे. इसके बाद नगर निगम के अधिकारियों की तरफ से घंटो समझाने बुझाने के बाद कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें काम पर लौटाया गया.
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