मथुरा : जिले में पिछले दिनों यमुना एक्सप्रेस वे मांट टोल प्लाजा पर पीएफआई के चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसी मामले में जांच को लेकर लखनऊ से 5 सदस्यों की टीम मथुरा पहुंची है. ये टीमें आरोपियों से पूछताछ करेंगी. खुफिया विभाग और ईडी की टीम को विदेशों से हो रही फंडिंग के मामले में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. कोर्ट की अनुमति के बाद चारों अभियुक्तों से खुफिया विभाग और ईडी की टीम पूछताछ करेगी.
दरअसल, खुफिया विभाग के इनपुट पर 5 अक्टूबर को मांट टोल प्लाजा पर चार संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया गया था. जिनके पास से कुछ संदिग्ध सामान, लैपटॉप, डायरी, पंपलेट (जस्टिस फॉर हाथरस) लिखा हुआ पुलिस ने बरामद किया था. जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद चारों अभियुक्तों अतीकुर रहमान, आलम, सिद्दीकी और मसूद के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. पकड़े गए चारों अभियुक्तों में तीन उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, रामपुर, बहराइच, के रहने वाले हैं. वहीं सिद्दीकी केरल के चरोर मलपपुरम का निवासी है. ये सभी हाथरस में जाकर सांप्रदायिक हिंसा कराना चाहते थे.
चारों आरोपियों से बरामद हुई सामग्री व अहम दस्तावेजों को लखनऊ ईडी को भेजे गए हैं. विदेशों से हो रही फंडिंग को लेकर चारों अभियुक्तों से तार जोड़कर कुछ अहम सुराग भी मिले हैं. आप को बता दें कि शुक्रवार की देर रात पुलिस की दो टीमें रामपुर और बहराइच के लिए भी रवाना हुई थीं. ये टीमें आरोपियों के परिजनों से संपर्क साधकर जानकारी जुटा रही हैं. अभी चारों आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं. लखनऊ की ईडी टीम आरोपियों को कोर्ट की अनुमति से पुलिस रिमांड पर लेगी. दूसरी तरफ इस पूरे मामले में कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.