मथुरा: वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में 500 साल बाद अक्षय तृतीया के दिन ठाकुर जी के दर्शन नहीं हुए. कोविड-19 के चलते मंदिर के कपाट 20 मार्च से बंद है. अक्षय तृतीया के दिन बांके बिहारी मंदिर में भक्त विशेष दर्शन करते हैं.
अक्षय तृतीया पर्व पर ब्रज के मंदिरों का विशेष महत्व है. इस दिन अपने आराध्य भगवान के शरीर पर चंदन का लेप लगाया जाता है. ठाकुर जी को सतुआ का भोग लगाकर अक्षय तृतीया पर्व मनाया जाता है, लेकिन लॉकडाउन के चलते बांके बिहारी मंदिर के कपाट बंद हैं. मंदिर के सेवायत ने ठाकुर जी को सतुआ का भोग लगाकर अक्षय तृतीया का पर्व मनाया.
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मंदिर सेवायत हर्षवर्धन गोस्वामी ने बताया कि अक्षय तृतीया पर्व के दिन बांके बिहारी मंदिर में ठाकुर जी के विशेष चरण दर्शन होते हैं. बांके बिहारी मंदिर में साल भर ठाकुर जी के दर्शन होते हैं, लेकिन अक्षय तृतीया के दिन यानी साल में एक दिन ठाकुर जी के चरण के दर्शन कराए जाते हैं. ठाकुर जी के शरीर पर चंदन का लेप लगाया जाता है. सतुआ का भोग लगाया जाता है.