मथुरा: जनपद मथुरा में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर रोज डेंगू की चपेट में नए मरीज सामने आ रहे हैं. अब तक जनपद में 19 लोगों की डेंगू की चपेट में आकर मौत हो चुकी है. तो वहीं मंगलवार को भी लगभग पांच लोगों की मौत बुखार आने के बाद उपचार के दौरान हो गई, जिसे स्वास्थ्य विभाग डेंगू ही मानकर चल रहा है. वहीं, मंगलवार को रशियन मूल की रहने वाली एक 37 वर्षीय महिला की डेंगू की चपेट में आ जाने के कारण उपचार के दौरान मौत हो गई. विदेशी महिला बीते दिनों बुखार आने के बाद एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुई थी जिसकी मंगलवार को मौत हो गई.
नोडल अधिकारी ने जानकारी दी
जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी डॉक्टर भूदेव सिंह ने बताया कि अब तक जनपद में 19 लोगों की मौत डेंगू की चपेट में आ जाने के कारण हो चुकी है. मंगलवार को भी लगभग पांच लोगों की जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में मौत हुई है. प्रथम दृष्टया मौत का कारण डेंगू ही लग रहा है. जांच होने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. नोडल अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को एक 37 वर्षीय महिला जो कि रशियन मूल की है, जिसका नाम आना कैसेनोवा है जो बीते दिनों उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती हुई थी जिसकी मंगलवार को उपचार के दौरान मौत हो गई.
आना कैसेनोवा जनपद मथुरा के वृंदावन क्षेत्र के रमणरेती क्षेत्र में रह रही थी. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं कि लगातार बढ़ रही डेंगू के मरीजों की संख्या क्यों किसी तरह से नियंत्रण किया जाए, जिसके चलते जगह जगह एंटी लारवा स्प्रे कराया जा रहा है, फागिंग कराई जा रही है, साफ सफाई कराई जा रही है. जिन क्षेत्रों में डेंगू के अधिक मरीज मिल रहे हैं, वहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर लोगों का चिकित्सीय परीक्षण किया जा रहा है, उनके रक्त के नमूने लिए जा रहे हैं.
नहीं थम रहा डेंगू का कहर
मंगलवार को डेंगू की चपेट में आ जाने के कारण 37 वर्षीय रशियन मूल की महिला की उपचार के दौरान एक निजी अस्पताल में मौत हो गई. जनपद में लगातार भारी संख्या में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. अब तक 835 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं तो वही डेंगू की चपेट में आ जाने के कारण लगभग 25 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग और मथुरा प्रशासन द्वारा लगातार हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं कि लगातार बढ़ रही डेंगू के मरीजों की संख्या को किसी तरह से नियंत्रण किया जाए, जिसके चलते प्रशासन द्वारा जगह-जगह एंटी लारवा फॉकिंग साफ-सफाई इत्यादि कार्य कराए जा रहे हैं.