मथुरा: जनपद मथुरा में डेंगू ने कोहराम मचा रखा है. जनपद के कई गांव डेंगू की चपेट में आ चुके हैं, जिसके चलते अब तक जनपद में डेंगू के कारण 13 बच्चों की मौत हो चुकी है, तो वहीं 100 से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. अकेले फरह क्षेत्र के कोह गांव में डेंगू ने 10 मासूमों की जिंदगी निकल ली, तो वही गोवर्धन के जचोंदा और जुगसना गांव में 3 बच्चों की डेंगू ने जान ले ली. वहीं ग्रामीण प्रशासन पर खानापूर्ति करने का और लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
जनपद मथुरा के कई गांव डेंगू की चपेट में आ चुके हैं, जिसमें से मुख्य रूप से फरह क्षेत्र के कोह गांव में डेंगू से 10 बच्चों की मौत हो चुकी है, मंगलवार रात्रि को भी एक निजी अस्पताल में 14 वर्षीय किशोर की मौत हो गई, तो वही गोवर्धन के जचोंदा और जुगसना गांव में 3 बच्चों की डेंगू ने जान ले ली. जन्माष्टमी के दिन मथुरा में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी डेंगू को लेकर चिंता व्यक्त की थी, उन्होंने मृतक बच्चों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी.
नोडल अधिकारी ने जानकारी दी
जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी डॉक्टर भूदेव सिंह ने बताया कि जनपद के कई गांव डेंगू की चपेट में आ चुके हैं, जिसमें से मुख्य रूप से कोह, जचोंदा, जुगसना गांव है. इन तीनों गांव में अब तक 13 बच्चों की मौत हो चुकी है, तो वही जनपद के कई गांव से मिलाकर लगभग 100 लोगों से अधिक डेंगू की चपेट में लोग आ चुके हैं .
नोडल अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लगातार मरीजों पर निगाह बनाए हुए हैं और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. वहीं, डेंगू की चपेट में आए गांव में एंटी लारवा स्प्रे, सैनिटाइजेशन साफ-सफाई इत्यादि के कार्य कराए जा रहे हैं. लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. कई गांव ऐसे हैं जिनमें खड़ा पानी होने के कारण गांव में डेंगू की बीमारी फैली है. लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि वह गांव में किसी भी तरह से खड़ा पानी न रहने दें.