मथुरा: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं. जनपद मुख्यालय पर अधिकारी अपना अपना चुनावी डाटा सेव कर रहे हैं. वहीं निर्वाचन कार्यालय में अधिकारी परिसीमन का कार्य को अंतिम रुप दिया जा रहा है. ग्राम प्रधानों की बात करें तो 2015 के चुनाव में ग्राम पंचायतों की संख्या 547 थी. परिसीमन होने के बाद घटकर यह 504 रह गई है. क्षेत्र पंचायतों की संख्या 813 है. वहीं ग्राम पंचायत सदस्यों की संख्या 6560 है. जिला पंचायत सदस्यों की संख्या में भी फेरबदल हुआ है. 2015 पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्यों की संख्या 38 थी. वहीं अब यह घटकर अब 33 रह गई है. अब केवल निर्वाचन कार्यालय द्वारा तिथियां घोषित होने का इंतजार है.
जनपद में पंचायत चुनाव को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी गांव देहातों में अपराधिक का डाटा खंगालने में लगे हैंं. क्योंकि त्रिस्तरीय चुनाव शांतिपूर्वक कराया जा सके .पंचायत कार्यालय में प्रधानी चुनाव को लेकर सूची तैयार की जा रही है, वहीं जिले में पांच विधानसभा तहसील मांट, गोवर्धन, महावन ,छाता और सदर तहसील के गांव मे 13 लाख 50 हजार 246 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. पंचायत चुनाव कराने के लिए 19467 कर्मचारियों की सूची तैयार की गई है.
2015 पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्यों की संख्या 38 थी. वहीं इस बार परिसीमन में बदलाव होने के कारण जिला पंचायत सदस्यों की संख्या घटकर 33 रह गई है. 2015 पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधानों की संख्या 547 थी. वहीं इस बार 504 रह गई है. वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्यों की संख्या 813 है तो ग्राम पंचायत सदस्यों की संख्या 6560 है.
जनपद की पांच तहसील मांट,महावन गोवर्धन छाता और सदर तहसील के गांव में प्रधानी चुनाव को लेकर ग्राम प्रधान उम्मीदवार अपनी अपनी दावेदारी ठोकते नजर आएंगे. जिले में विकासखंड की संख्या 10 है.
जिला प्रशासन ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने के लिए कर्मचारियों की सूची तैयार कर ली है. कर्मचारियों के नाम और पहचान पत्र चयनित किए गए हैं. अब केवल इंतजार है तो निर्वाचन कार्यालय द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तिथियां घोषित होने का. पंचायत चुनाव कराने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से कमर कस चुका है.