मथुरा: पूरे देश में फैले कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था. इस लॉकडाउन को घोषित करने का उद्देश्य यह था कि संक्रमित मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को रोका जा सके. लेकिन अनलॉक-1 में संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अधिक से अधिक सैंपलिंग लेने का प्रयास कर रहा है. सरकार ने मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में ट्रू नेट मशीन मुहैया कराई है. इस मशीन से मरीजों को काफी राहत मिली है.
जनपद में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन विभिन्न उपाय कर रहा है. अनलॉक-1 में संक्रमण रोकना प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग कराना शुरू कर दिया है. पहले जांच रिपोर्ट आने में 5 से 6 दिन लग जाते थे. ऐसे में प्रदेश सरकार की तरफ से जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन लगायी गयी. ट्रूनेट मशीन के लगने से जनपद वासियों को इसका काफी लाभ पहुंचा है. लेकिन जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन का उपयोग केवल उन्हीं लोगों के लिए है, जिन लोगों का किसी तरह का ऑपरेशन या सर्जरी होना है. अन्य लोगों का पहले की तरह ही संक्रमण की जांच की जाएगी. इस ट्रूनेट मशीन के लगने से मरीजों को एक घंटे के अंदर ही कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट मिल जाएगी.
मथुरा: जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन से मरीजों को मिल रही राहत - mathura corona test
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन लगने से मरीजों को काफी राहत मिली है. मरीजों को पहले कोरोना जांच के सैंपल देने के 6 दिन बाद रिपोर्ट मिलती थी. लेकिन अब ट्रूनेट मशीन के आने से मरीजों को मात्र एक घंटे में ही रिपोर्ट दे दी जाएगी.
मथुरा: पूरे देश में फैले कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था. इस लॉकडाउन को घोषित करने का उद्देश्य यह था कि संक्रमित मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को रोका जा सके. लेकिन अनलॉक-1 में संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अधिक से अधिक सैंपलिंग लेने का प्रयास कर रहा है. सरकार ने मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में ट्रू नेट मशीन मुहैया कराई है. इस मशीन से मरीजों को काफी राहत मिली है.
जनपद में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन विभिन्न उपाय कर रहा है. अनलॉक-1 में संक्रमण रोकना प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग कराना शुरू कर दिया है. पहले जांच रिपोर्ट आने में 5 से 6 दिन लग जाते थे. ऐसे में प्रदेश सरकार की तरफ से जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन लगायी गयी. ट्रूनेट मशीन के लगने से जनपद वासियों को इसका काफी लाभ पहुंचा है. लेकिन जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन का उपयोग केवल उन्हीं लोगों के लिए है, जिन लोगों का किसी तरह का ऑपरेशन या सर्जरी होना है. अन्य लोगों का पहले की तरह ही संक्रमण की जांच की जाएगी. इस ट्रूनेट मशीन के लगने से मरीजों को एक घंटे के अंदर ही कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट मिल जाएगी.