मथुरा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को कान्हा की नगरी पहुंचे. सीएम योगी ने आगरा दिल्ली राजमार्ग पर स्थित जीएलए यूनिवर्सिटी के 11वें दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की. मेधावी छात्र-छात्राओं को उपाधियां दीं. सीएम ने कहा कि यह देश मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और त्रिलोकी शिव का है. पूरब से पश्चिम और पश्चिम से उत्तर भगवान की आराधना होती है. जब भगवान का वास नहीं था तो भारत में नालंदा विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन पर ही दुनिया का रास्ता दिखाया जाता था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए छात्र-छात्राओं को उपाधि और मेडल्स वितरण किए. उन्होंने भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बच्चों की शिक्षा में मां-बाप के साथ गुरुजनों का भी सबसे बड़ा योगदान होता है. उन्हीं के बताए हुए मार्गों पर बच्चे आगे चलकर देश का भी नाम रोशन करते हैं. उन्होंने कहा कि आज वे उन सभी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हैं, जिन्होंने यहां से डिग्रियां और मेडल प्राप्त किए हैं.
मुख्यमंत्री ने जीएलए यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम के बाद मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल्स और डिग्रियां बांटीं. इनमें 2022 पीएचडी के 47, बीएससी ऑनर बायोटेक 42, बीएससी ऑनर्स बायोटेक 27, बीएससी ऑनर्स फिजिक्स 16, बीए के 16, बीबीए के 174, बीबीए फैमिली बिजनेस 38, बीकॉम ऑनर्स 88, बीटेक सिविल इंजीनियरिंग 56, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग 56, मैकेनिक इंजीनियरिंग 129, मैकेनिक एंड कम्युनिकेशन 107, कंप्यूटर साइंस 769 और अन्य कई उपाधियां छात्र-छात्राओं को दी गईं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतवर्ष की धरती पर जहां एक तरफ त्रेता युग में भगवान श्रीराम का वास हुआ करता था तो वहीं द्वापर में भगवान श्रीकृष्ण की लीला का आनंद आज भी देखने को मिलता है. वहीं, पूर्व में भगवान शिव का अवलोकन भी देखा जा सकता है. इस धरती को स्पर्श करने के बाद कोई भी बिना राधे-राधे कहे रह नहीं सकता. आज भी दुनिया के कई देश भारत को ऊंचाइयां छूते हुए देख रहे हैं.
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