मथुरा: हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली मनाई जाती है. मान्यता है कि त्रिपुरासुर नामक राक्षस के अत्याचार और अधर्म से तीनों लोकों में हाहाकार मचा हुआ था, जिसको देखकर सभी देवी-देवताओं ने राक्षस के अत्याचार से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की प्रार्थना की थी, जिसके चलते भगवान शिव ने कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरासुर का वध कर दिया, जिससे प्रसन्न होकर सभी देवी देवताओं ने भगवान शिव की नगरी काशी पहुंचकर उत्सव मनाया. कहते हैं कि तब से ही हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली मनाई जाती है. वहीं, कान्हा की नगरी मथुरा में भी अयोध्या की तर्ज पर देव दीपावली मनाने की तैयारियां जोरों पर है. मथुरा के घाटों पर झिलमिलाती रोशनी के साथ 5 लाख दीपदान किए जाएंगे, जिसको लेकर मथुरा प्रशासन द्वारा कमर कस ली गई है.
डीएम पुलकित खरे ने दी जानकारी
मथुरा डीएम पुलकित खरे ने बताया कि देव दीपावली का पर्व सोमवार शाम को मनाया जाना है और इस पर्व का बहुत महत्व हमारे धर्म में होता है. सभी इष्ट देव माना जाता है. इस दिन आशीर्वाद देने के लिए घाटों पर विराजमान होते हैं, जिसको लेकर बैठक भी की गई थी और कई संस्थाओं को इसको लेकर जोड़ा गया है और कई प्रबुद्ध जनों को जोड़ा गया है स्कूली बच्चों को जोड़ा गया है और मथुरा के जो 25 घाट हैं आज हमारे द्वारा उनका भौतिक निरीक्षण भी किया गया.
इन घाटों को कैसे बेहतर बनाया जा सके देव दीपावली के दिन इन घाटों पर सुंदर साज-सज्जा हो और देव दीपावली के बाद भी कई घाट ऐसे हैं, जिनको मरम्मत की आवश्यकता है. कई घाट ऐसे हैं जो टूट फूट गए हैं. लाइटिंग की व्यवस्था बेहतर की जा सकती है. कंस किला भी इन्हीं घाटों के अंतर्गत पड़ता है और भी कई ऐसे सुंदर मंदिर जिनको पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार की आवश्यकता है तो उन मंदिरों को भी आज चिन्हित किया गया है कि कौन-कौन से मंदिर इन घाटों पर पड़ते हैं जिनको बेहतर बनाया जा सकता है,जिनकी लाइटिंग की परमानेंट व्यवस्था की जा सकती है.
तो उन दोनों के मद्देनजर आज यह निरीक्षण किया गया है की देव दीपावली का पर्व भी बेहतर हो. हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि 5 लाख दिए इन घाटों पर देव दीपावली के दिन सुसज्जित हो और देव दीपावली के बाद भी इन घाटों को परमानेंट रूप से कैसे बेहतर बनाया जाए. उसको लेकर यह निरीक्षण किया गया है. वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मथुरा आगमन को लेकर डीएम मथुरा पुलकित खरे ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के कार्यालय से अभी कोई लिखित अनुमति नहीं मिली है प्रोग्राम भी नहीं मिला है. उनका कार्यक्रम संभावित अवश्य है, लेकिन उसकी अभी कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है.
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