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मथुरा: कार से व्यापारी का परिवार समेत शव हुआ था बरामद, अब न्याय के लिए भटक रहे परिजन - mathura latest news

यूपी के मथुरा में बीते दिनों एक कार से जिले के व्यापारी सहित उनके बीवी और बच्चों का शव बरामद किया गया था. परिजनों के नामजद एफआईआर दर्ज कराने के बावजूद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.

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न्याय के लिए भटक रहे परिजन.
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Published : Jan 11, 2020, 4:38 AM IST

मथुरा: बीते 1 जनवरी को जिले के जमुनापार थाना क्षेत्र में एक कार से मृत अवस्था में व्यापारी, उसकी पत्नी और बच्चों के शव को बरामद किया गया था. मामले में मृतक व्यापारी के परिजनों ने कुछ लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन अभी तक नामजद लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस का कहना है कि परिवार की तहरीर पर नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है. घटना हत्या है या आत्महत्या, इसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा. पुलिस मामले का जांच कर रही है.

न्याय के लिए भटक रहे परिजन.

जानें पूरी घटना
घटना दिनांक 1 जनवरी 2020 की है, जब व्यापारी व उसके परिवार के शव मिलने से हड़कंप मच गया था. जमुनापार थाना क्षेत्र के अंतर्गत यमुना एक्सप्रेस-वे के वृंदावन कट पर एक कार में 36 वर्षीय नीरज अग्रवाल उनकी पत्नी 36 वर्षीय नेहा अग्रवाल समेत बेटी 6 वर्षीय धान्य अग्रवाल का शव कार में मिला था. कार में ही बेटा 10 वर्षीय शौर्य अग्रवाल गंभीर रूप से घायल मिला था. चारों लोगों को गोलियां लगी हुई थी.

कुछ दिन बाद बेटे शौर्य अग्रवाल की भी उपचार के दौरान मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या माना था. लेकिन परिजनों की तहरीर के बाद पुलिस ने मनीष चतुर्वेदी, आशीष अरोड़ा ,नीरज चतुर्वेदी, आशीष चतुर्वेदी के नाम से एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई.

नीरज अग्रवाल मृतक का साला अमित अग्रवाल अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस के आला अधिकारियों से कार्रवाई करने की मांग को लेकर चक्कर काट रहे हैं. उनका कहना है कि यह आरोपी अपराधिक प्रवृत्ति के हैं, जो पहले भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. इनसे मुझे जान का खतरा है. इसके बावजूद भी पुलिस किसी अपराधी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं कर पाई है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
मामले में जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभा माथुर ने बताया कि घटना 1 जनवरी की है. प्रथम दृष्टया घटना को देखकर लग रहा है कि आत्महत्या की गई है, लेकिन परिवार की तहरीर पर नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है. घटना की जांच की गई तो आरोपियों ने भी अपने घटना में लिप्त न होने के साक्ष्य पेश किए हैं.

एसएसपी ने कहा कि सारी चीजों को देखते हुए जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम भी पैनल के द्वारा कराया गया है. घटना से लेकर पोस्टमार्टम तक की सारी चीजों की फोटोग्राफी कराई गई है. सारी तहकीकात साइंटिफिक वे में चल रही है. जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.

मथुरा: बीते 1 जनवरी को जिले के जमुनापार थाना क्षेत्र में एक कार से मृत अवस्था में व्यापारी, उसकी पत्नी और बच्चों के शव को बरामद किया गया था. मामले में मृतक व्यापारी के परिजनों ने कुछ लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन अभी तक नामजद लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस का कहना है कि परिवार की तहरीर पर नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है. घटना हत्या है या आत्महत्या, इसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा. पुलिस मामले का जांच कर रही है.

न्याय के लिए भटक रहे परिजन.

जानें पूरी घटना
घटना दिनांक 1 जनवरी 2020 की है, जब व्यापारी व उसके परिवार के शव मिलने से हड़कंप मच गया था. जमुनापार थाना क्षेत्र के अंतर्गत यमुना एक्सप्रेस-वे के वृंदावन कट पर एक कार में 36 वर्षीय नीरज अग्रवाल उनकी पत्नी 36 वर्षीय नेहा अग्रवाल समेत बेटी 6 वर्षीय धान्य अग्रवाल का शव कार में मिला था. कार में ही बेटा 10 वर्षीय शौर्य अग्रवाल गंभीर रूप से घायल मिला था. चारों लोगों को गोलियां लगी हुई थी.

कुछ दिन बाद बेटे शौर्य अग्रवाल की भी उपचार के दौरान मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या माना था. लेकिन परिजनों की तहरीर के बाद पुलिस ने मनीष चतुर्वेदी, आशीष अरोड़ा ,नीरज चतुर्वेदी, आशीष चतुर्वेदी के नाम से एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई.

नीरज अग्रवाल मृतक का साला अमित अग्रवाल अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस के आला अधिकारियों से कार्रवाई करने की मांग को लेकर चक्कर काट रहे हैं. उनका कहना है कि यह आरोपी अपराधिक प्रवृत्ति के हैं, जो पहले भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. इनसे मुझे जान का खतरा है. इसके बावजूद भी पुलिस किसी अपराधी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं कर पाई है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
मामले में जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभा माथुर ने बताया कि घटना 1 जनवरी की है. प्रथम दृष्टया घटना को देखकर लग रहा है कि आत्महत्या की गई है, लेकिन परिवार की तहरीर पर नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है. घटना की जांच की गई तो आरोपियों ने भी अपने घटना में लिप्त न होने के साक्ष्य पेश किए हैं.

एसएसपी ने कहा कि सारी चीजों को देखते हुए जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम भी पैनल के द्वारा कराया गया है. घटना से लेकर पोस्टमार्टम तक की सारी चीजों की फोटोग्राफी कराई गई है. सारी तहकीकात साइंटिफिक वे में चल रही है. जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.

Intro:जमुनापार थाना क्षेत्र के अंतर्गत यमुना एक्सप्रेस वे के वृंदावन कट पर एक कार से संदिग्ध परिस्थितियों में व्यापारी 36 वर्षीय नीरज अग्रवाल ,उनकी पत्नी 36 वर्षीय नेहा अग्रवाल, व 6 वर्षीय बेटी धान्य अग्रवाल के शव और बेटा 10 वर्षीय शौर्य अग्रवाल गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला था. जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई .वहीं पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 लोगों के खिलाफ नाम दर्ज रिपोर्ट दर्ज की थी. लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई .जिसके चलते व्यापारी के परिजन न्याय के लिए भटक रहे हैं. वही इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना से लेकर पोस्टमार्टम तक सारी तहकीकात फोटोग्राफी कराकर की गई है . पोस्टमार्टम भी पैदल के द्वारा करा गया है .प्रथम दृष्टया पाया गया है कि आत्महत्या की गई है. लेकिन परिवार की तहरीर पर नाम दर्ज एफ आई आर दर्ज कर ली गई है .हत्या है या आत्महत्या घटना का जल्द ही खुलासा किया जाएगा, पुलिस घटना की जांच कर रही है.


Body:घटना दिनांक 1 जनवरी 2020 की है जब व्यापारी व उसके परिवार के शव मिलने से हड़कंप मच गया था ,और बेटा गंभीर रूप से घायल मिला था .जमुनापार थाना क्षेत्र के अंतर्गत यमुना एक्सप्रेस वे के वृंदावन कट पर एक कार में 36 वर्षीय नीरज अग्रवाल ,व उनकी पत्नी 36 वर्षीय नेहा अग्रवाल ,बेटी 6 वर्षीय धान्य अग्रवाल के शव एक कार में मिले थे ,और कार में ही बेटा 10 वर्षीय शौर्य अग्रवाल गंभीर रूप से घायल मिला था .चारों लोगों को गोलियां लगी हुई थी. जिस में उपचार के दौरान कुछ दिन बाद बेटे शौर्य अग्रवाल की भी उपचार के दौरान मौत हो गई थी. वहीं पुलिस ने पहले इस मामले को आत्महत्या का माना था. लेकिन परिजनों की तहरीर के बाद पुलिस ने मनीष चतुर्वेदी, आशीष अरोड़ा ,नीरज चतुर्वेदी ,आशीष चतुर्वेदी के नाम से एफ आई आर दर्ज की थी .लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई. जिसके चलते नीरज अग्रवाल का साला अमित अग्रवाल अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस के आला अधिकारियों के कार्यवाही करने की मांग को लेकर चक्कर काट रहा है .उसका कहना है कि यह आरोपी अपराधिक प्रवृत्ति के हैं. जो पहले भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं .जिनसे मुझे जान का खतरा भी है .लेकिन अभी तक पुलिस ने ना तो किसी की गिरफ्तारी की है ,और ना ही कोई कार्रवाई की है जिसके चलते हमें जान माल का खतरा है. वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना 1 जनवरी की है .प्रथम दृष्टया घटना को देख कर लग रहा है कि आत्महत्या की गई है. लेकिन परिवार की तहरीर पर नाम दर्ज की एफ आई आर दर्ज कर ली गई ,और घटना की जांच की गई तो आरोपियों ने भी अपने घटना में लिप्त ना होने के साक्ष्य पेश किए है. सारी चीजों को देखते हुए जांच की जा रही है .पोस्टमार्टम भी पैनल के द्वारा कराया गया है .घटना से लेकर पोस्टमार्टम तक की सारी चीजों की फोटोग्राफी कराई गई है .सारी तहकीकात साइंटिफिक वे में चल रही है .जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.


Conclusion:दिनांक 1 जनवरी 2020 को व्यापारी व उसके परिवार के संदिग्ध परिस्थितियों में एक कार से सब बरामद हुए थे, वही कार में ही व्यापारी का बेटा गंभीर रूप से घायल मिला था. चारों लोगों को गोलियां लगी हुई थी .जिसमें उपचार के दौरान व्यापारी के बेटे की भी मौत हो गई .जिसमें परिवार की तहरीर पर पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ नाम दर्ज रिपोर्ट की थी .लेकिन अभी तक इस में कोई भी कार्यवाही ना होने के चलते व्यापारी के परिजन न्याय के लिए पुलिस के आला अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं ,और अपने आप का जान माल का खतरा बता रहे हैं. जब इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से बात की तो उन्होंने बताया कि परिवार की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ नाम दर्ज एफआइआर दर्ज की गई है .पुलिस घटना की बारीकी से जांच कर रही है .हत्या है या आत्महत्या जल्द ही पुलिस घटना का खुलासा करेगी.
बाइट- मृतक व्यापारी का साला अमित अग्रवाल
काउंटर बाइट- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा शलभ माथुर
स्ट्रिंगर मथुरा
राहुल खरे
mb-9897000608
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