मथुरा: बीते 1 जनवरी को जिले के जमुनापार थाना क्षेत्र में एक कार से मृत अवस्था में व्यापारी, उसकी पत्नी और बच्चों के शव को बरामद किया गया था. मामले में मृतक व्यापारी के परिजनों ने कुछ लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन अभी तक नामजद लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस का कहना है कि परिवार की तहरीर पर नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है. घटना हत्या है या आत्महत्या, इसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा. पुलिस मामले का जांच कर रही है.
जानें पूरी घटना
घटना दिनांक 1 जनवरी 2020 की है, जब व्यापारी व उसके परिवार के शव मिलने से हड़कंप मच गया था. जमुनापार थाना क्षेत्र के अंतर्गत यमुना एक्सप्रेस-वे के वृंदावन कट पर एक कार में 36 वर्षीय नीरज अग्रवाल उनकी पत्नी 36 वर्षीय नेहा अग्रवाल समेत बेटी 6 वर्षीय धान्य अग्रवाल का शव कार में मिला था. कार में ही बेटा 10 वर्षीय शौर्य अग्रवाल गंभीर रूप से घायल मिला था. चारों लोगों को गोलियां लगी हुई थी.
कुछ दिन बाद बेटे शौर्य अग्रवाल की भी उपचार के दौरान मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या माना था. लेकिन परिजनों की तहरीर के बाद पुलिस ने मनीष चतुर्वेदी, आशीष अरोड़ा ,नीरज चतुर्वेदी, आशीष चतुर्वेदी के नाम से एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई.
नीरज अग्रवाल मृतक का साला अमित अग्रवाल अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस के आला अधिकारियों से कार्रवाई करने की मांग को लेकर चक्कर काट रहे हैं. उनका कहना है कि यह आरोपी अपराधिक प्रवृत्ति के हैं, जो पहले भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. इनसे मुझे जान का खतरा है. इसके बावजूद भी पुलिस किसी अपराधी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं कर पाई है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
मामले में जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभा माथुर ने बताया कि घटना 1 जनवरी की है. प्रथम दृष्टया घटना को देखकर लग रहा है कि आत्महत्या की गई है, लेकिन परिवार की तहरीर पर नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है. घटना की जांच की गई तो आरोपियों ने भी अपने घटना में लिप्त न होने के साक्ष्य पेश किए हैं.
एसएसपी ने कहा कि सारी चीजों को देखते हुए जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम भी पैनल के द्वारा कराया गया है. घटना से लेकर पोस्टमार्टम तक की सारी चीजों की फोटोग्राफी कराई गई है. सारी तहकीकात साइंटिफिक वे में चल रही है. जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.