मथुरा: पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के प्रसिद्ध ठाकुर द्वारकाधीश मंदिर में अक्षय तृतीया का पर्व सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया. इस दौरान ठाकुर द्वारकाधीश को चंदन लगाने के साथ ही सफेद वस्त्र धारण कराए गए. वहीं, भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए सुराही व पंखा भी लगाया गया. इसके साथ ही भगवान को शीतलता देने के लिए गुलाब जल भी भगवान के लिए रखा गया है. मंदिर सेवायत गोसवामीयों के द्वारा यह सभी कार्यक्रम तिथि, घड़ी, पल और नक्षत्र के अनुसार किए गए हैं.
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तय कार्यक्रम के अनुसार ठाकुरजी की सेवा की गई
मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि पुष्टिमार्गीय संप्रदाय में तिथि, घड़ी, पल और नक्षत्र के हिसाब से ठाकुर जी की सेवा का क्रम चलता है. इन सभी क्रम का निर्धारण मंदिर के गोस्वामी श्री श्री 108 श्री बृजेश कुमार जी महाराज तृतीय पीठाधीश्वर जी के आदेशानुसार और मंदिर के गोस्वामी वागीश कुमार महाराज कांकरोली युवराज के निर्देशानुसार निर्धारित होता है.
शीतलता प्रदान करने वाली वस्तुएं चढ़ाईं
राकेश तिवारी ने बताया कि निर्देश के अनुसार शुक्रवार को ठाकुर जी को चंदन लगाया गया. साथ ही सुराही और पंखा भी लगाया गया. ठाकुर जी को शीतलता प्रदान करने के लिए गुलाब जल रखा गया. अब ठाकुरजी को शीतलता प्रदान करने वाली चीजों का ही इस्तेमाल कराया जाएगा. राकेश तिवारी ने बताया कि जो कभी भी क्षय न हो उसे अक्षय कहते हैं. अक्षय तृतीया के दिन किया हुआ दान बहुत ही लाभकारी होता है. आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से मंदिर में ठाकुर जी के दर्शन के लिए भक्त नहीं आ पा रहे हैं.