ETV Bharat / state

मथुरा: व्यक्ति ने सोशल साइट पर डाली भड़काऊ पोस्ट, प्रशासन ने संभाला मोर्चा

मथुरा जिले में एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर विशेष जमीन को लेकर भड़काऊ पोस्ट डाल दी थी. हालांकि जिला प्रशासन ने समय रहते मोर्चा संभाल लिया और मामला शांत कराया.

mathura administration
व्यक्ति ने सोशल साइट पर डाली भड़काऊ पोस्ट
author img

By

Published : Jun 4, 2020, 10:35 AM IST

मथुरा: जिले के कोसीकला थाना क्षेत्र के गांव शाहपुर में किसी जमीन को लेकर एक व्यक्ति ने सोशल साइड पर भड़काऊ पोस्ट डाल दी. बताया जा रहा है कि जिस जमीन पर विशेष समुदाय ने मजार बनायी है, वहां पर पहले कभी बांके बिहारी का मंदिर हुआ करता था.

सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट
मामला कोसीकला थाना क्षेत्र के गांव शाहपुर का है. यहां की एक जमीन पर समुदाय विशेष ने मजार बना लिया है. जिसके बाद सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से असामाजिक तत्व ने सोशल साइट पर एक पोस्ट डाल दी. पोस्ट में बताया गया कि मजार वाली जमीन पर पूर्व में बांके बिहारी का मंदिर हुआ करता था.

प्रशासन ने मामला शांत कराया
इस संदर्भ में धर्म रक्षा संघ के पदाधिकारी व क्षेत्राधिकारी छाता जगदीश कालीरमन उप जिलाधिकारी हनुमान प्रसाद मौर्य से जाकर मिले. प्रशासन ने धर्म रक्षा संघ के पदाधिकारियों को बताया कि सोशल साइट पर मंदिर के नाम से बताई जा रही जमीन को अखिलेश सरकार के दौरान कब्रिस्तान के लिए दिया गया था. साथ ही जिस स्थान पर पूर्व में कभी मंदिर रहा होगा, वहां सरकारी दस्तावेजों में पोखर दर्ज है. इसके बाद मामला वहीं शांत हो गया. जिला प्रशासन ने समय रहते मामले को संभाल लिया.

मथुरा: जिले के कोसीकला थाना क्षेत्र के गांव शाहपुर में किसी जमीन को लेकर एक व्यक्ति ने सोशल साइड पर भड़काऊ पोस्ट डाल दी. बताया जा रहा है कि जिस जमीन पर विशेष समुदाय ने मजार बनायी है, वहां पर पहले कभी बांके बिहारी का मंदिर हुआ करता था.

सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट
मामला कोसीकला थाना क्षेत्र के गांव शाहपुर का है. यहां की एक जमीन पर समुदाय विशेष ने मजार बना लिया है. जिसके बाद सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से असामाजिक तत्व ने सोशल साइट पर एक पोस्ट डाल दी. पोस्ट में बताया गया कि मजार वाली जमीन पर पूर्व में बांके बिहारी का मंदिर हुआ करता था.

प्रशासन ने मामला शांत कराया
इस संदर्भ में धर्म रक्षा संघ के पदाधिकारी व क्षेत्राधिकारी छाता जगदीश कालीरमन उप जिलाधिकारी हनुमान प्रसाद मौर्य से जाकर मिले. प्रशासन ने धर्म रक्षा संघ के पदाधिकारियों को बताया कि सोशल साइट पर मंदिर के नाम से बताई जा रही जमीन को अखिलेश सरकार के दौरान कब्रिस्तान के लिए दिया गया था. साथ ही जिस स्थान पर पूर्व में कभी मंदिर रहा होगा, वहां सरकारी दस्तावेजों में पोखर दर्ज है. इसके बाद मामला वहीं शांत हो गया. जिला प्रशासन ने समय रहते मामले को संभाल लिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.