मथुरा: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो शिवपाल यादव ने मंगलवार को मथुरा से अपनी चुनावी शंखनाद करते हुए सूबे की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा प्रकरण में भाजपा को घेरते हुए कहा कि हिंसा की घटना के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए, क्योंकि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी उन्हीं के अधीन हैं.
इस चुनावी शंखनाद से पहले शिवपाल यादव ने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना कर भगवान से आशीर्वाद लिया. इसके बाद सामाजिक परिवर्तन रथ पर सवार होकर जनसभा स्थल पर पहुंचे. कार्यक्रम स्थल पर पहंचने के बाद कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया. हालांकि, इससे पहले रास्ते में शिवपाल की कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम से भी मुलाकात हुई. ऐसी जानकारी है कि इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई विषयों पर बातचीत हुई. इसके बाद प्रमोद कृष्णम ने शिवपाल यादव को गदा भेंट किया और उनके रथ पर सवार हो गए.
आपको बता दें, एक तरफ उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुराना मुकाम दिलाने में प्रियंका गांधी वाड्रा जी जान से लगी हुई हैं. लेकिन उनकी इस मेहनत का कोई खास असर होता नहीं दिख रहा है. दूसरी तरफ कांग्रेस के पूर्व सांसद राजाराम पाल सोमवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भेंट किए थे. तो वहीं अब मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शिवपाल सिंह यादव के रथ की सवारी कर ली है. ऐसे में प्रमोद कृष्णम को लेकर चर्चाएं जोरों पर है. वहीं लाख कोशिशों के बावजूद कांग्रेस को लगातार झटके पर झटके लग रहे हैं.
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इधर, शिवपाल सिंह यादव के अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा का असर होने लगा है. भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा के वृंदावन में शिवपाल सिंह यादव की सामाजिक परिवर्तन यात्रा के रथ पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व आचार्य प्रमोद कृष्णम सवार नजर आए. सूत्रों की मानें तो आचार्य प्रमोद कृष्णम विधानसभा चुनाव में शिवपाल सिंह यादव की पार्टी के प्रत्याशी भी हो सकते हैं. बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शिवपाल सिंह यादव से मंगलवार को मथुरा में मुलाकात की और इस दौरान दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत भी हुई. वहीं, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शिवपाल सिंह यादव को एक गदा भी भेंट किया. इसके बाद वह शिवपाल सिंह यादव के सामाजिक परिवर्तन रथ पर सवार हो गए.
वहीं, प्रमोद कृष्णम ने बताया कि राजनीति सम्भावनाओं का क्षेत्र है, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि उत्तर प्रदेश की सरकार को हटाने के लिए समान विचारधारा के लोग एक साथ आकर प्रदेश को इस अधार्मिक, अनैतिक, असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक, तानाशाही सरकार को 2022 में उखाड़ फेंकेंगे. इधर, कृष्णम ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव से जो उम्मीदें थीं, उस पर वे खरे नहीं उतरे हैं. यही कारण है कि वे जमीन पर कहीं नजर नहीं आ रहे.