मथुराः जिले में आए दिन बंदर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों पर अचानक से हमला कर उन्हें काटकर गंभीर रूप से चोटिल कर देते हैं. बंदर कभी भी कहीं भी किसी के भी कीमती सामान को लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं. लगातार शिकायतों के बाद भी अभी तक बंदरों का कुछ इंतजाम नहीं हो सका है, जिसके चलते लगातार बंदर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. बीते दिनों पूर्व नगर निगम मथुरा वृंदावन द्वारा बंदर पकड़ो अभियान चलाकर खानापूर्ति कर ली गई थी. लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. रविवार को भी छत पर कपड़े सुखाने गई एक महिला को बंदरों के झुंड ने हमला कर छत से नीचे फेंक दिया. जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
दरअसल, जनपद मथुरा में बीते कई सालों से बंदरों का आतंक चला रहा है. बंदरों का झुंड अचानक से कहीं भी कभी भी किसी के ऊपर भी हमला कर उन्हें काट कर चोटिल कर देता है. अब तक जनपद में कई लोग बंदरों के हमले से अपनी जान गंवा चुके हैं. स्थानीय लोगों की लगातार शिकायतों के बाद भी किसी के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है, जिसके चलते बंदरों की समस्या विकराल रूप ले चुकी है.
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जिले के डैंपियर नगर के नया नगला की रहने वाली राधा(30) रविवार को जिस समय अपने घर की छत पर कपड़े सुखाने के लिए पहुंची, इसी दौरान बंदरों के एक झुंड ने राधा के ऊपर अचानक से हमला कर दिया और राधा को 1 मंजिला छत से नीचे गिर गई. घटना को देखते ही आसपास के लोगों द्वारा आनन-फानन में गंभीर घायल अवस्था में राधा को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां राधा की हालत गंभीर बताई जा रही है. वहीं, राधा के परिजनों ने शासन प्रशासन पर बंदरों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए बंदरों की समुचित व्यवस्था करने की गुहार लगाई है.
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