मथुरा: जिले में बाल शिशु गृह से चौदह कैदी फरार होने से हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची. फरार कैदियों की तलाश की गई तो शहर के गोकुल बैराज के पास से 7 कैदी मौके से पकड़ लिए गए. साथ ही अन्य 7 कैदियों की तलाश की जा रही है. बाल शिशु गृह में सुरक्षा के अभाव के चलते खिड़की तोड़कर कैदी मौके से फरार हुए थे.
मथुरा: राजकीय संप्रेक्षण गृह की खिड़की तोड़कर 14 बाल कैदी फरार - राजकीय संप्रेक्षण गृह
यूपी के मथुरा जिले में बाल संप्रेक्षण गृह से 14 बाल कैदी फरार हो गए. इनमें से 7 कैदियों को पकड़ लिया गया, जबकि बाकियों की तलाश की जा रही है.
14 बाल कैदी फरार
मथुरा: जिले में बाल शिशु गृह से चौदह कैदी फरार होने से हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची. फरार कैदियों की तलाश की गई तो शहर के गोकुल बैराज के पास से 7 कैदी मौके से पकड़ लिए गए. साथ ही अन्य 7 कैदियों की तलाश की जा रही है. बाल शिशु गृह में सुरक्षा के अभाव के चलते खिड़की तोड़कर कैदी मौके से फरार हुए थे.
राजकीय संप्रेक्षण गृह से गुरुवार सुबह करीब 3 बजे 14 बाल कैदी फरार हो गए. इस घटना के बाद हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलने के बाद डीएम, एसएसपी मौके पर पहुंचे. इसके बाद फरार कैदियों की तलाश की गई. शहर के गोकुल बैराज के पास 7 कैदियों को पुलिस ने धर दबोचा. इसके साथ ही 7 फरार बाल कैदियों की तलाश की जा रही है. इसके अलावा शहर में चारों तरफ नाकाबंदी की गई है. राजकीय संप्रेक्षण गृह में संगीन अपराध करने वाले कैदी बंद हैं.
जानकारी देते राजकीय संप्रेक्षण गृह प्रभारी हरिश्चंद्र
गृह में क्षमता से ज्यादा कैदी रखे गए हैं. कई बार कैदियों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन अधिकारियों को पत्र भेजा गया. मगर कोई सुनवाई नहीं की गई. आज सुबह तड़के 14 कैदी खिड़की तोड़कर कैदी मौके से फरार हुए हैं. इनमें से 7 कैदियों को पकड़ लिया गया, जबकि बाकियों की तलाश की जा रही है.
राजकीय संप्रेक्षण गृह से गुरुवार सुबह करीब 3 बजे 14 बाल कैदी फरार हो गए. इस घटना के बाद हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलने के बाद डीएम, एसएसपी मौके पर पहुंचे. इसके बाद फरार कैदियों की तलाश की गई. शहर के गोकुल बैराज के पास 7 कैदियों को पुलिस ने धर दबोचा. इसके साथ ही 7 फरार बाल कैदियों की तलाश की जा रही है. इसके अलावा शहर में चारों तरफ नाकाबंदी की गई है. राजकीय संप्रेक्षण गृह में संगीन अपराध करने वाले कैदी बंद हैं.
जानकारी देते राजकीय संप्रेक्षण गृह प्रभारी हरिश्चंद्र
गृह में क्षमता से ज्यादा कैदी रखे गए हैं. कई बार कैदियों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन अधिकारियों को पत्र भेजा गया. मगर कोई सुनवाई नहीं की गई. आज सुबह तड़के 14 कैदी खिड़की तोड़कर कैदी मौके से फरार हुए हैं. इनमें से 7 कैदियों को पकड़ लिया गया, जबकि बाकियों की तलाश की जा रही है.