मैनपुरी: जिले के एक इंटर कॉलेज में प्रधान लिपिक पद पर तैनात कर्मचारी की मौत के चार साल बीत जाने के बाद भी उसकी पत्नी को एरियर का भुगतान नहीं किया गया. मृतक की पत्नी का आरोप है कि शिक्षा विभाग भुगतान करने के एवज में रिश्वत मांग रहा है. इससे परेशान होकर शनिवार को महिला ने लेखा अधिकारी ऑफिस पहुंचकर हंगामा किया.
मैनपुरी शहर के अवध नगर निवासी मुकेश शर्मा जो कि प्रधान लिपिक के पद पर नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज में तैनात थे. लगभग चार साल पहले बीमारी के चलते उनकी मौत हो गई. वहीं काफी संघर्ष के बाद उनकी पत्नी मीना शर्मा ने अपनी बेटी को नौकरी दिलवाई. उसकी तैनाती क्लर्क के पद पर की गई. हालांकि उसके बाद भी उनका संघर्ष समाप्त नहीं हुआ. पति की मौत के बाद जो उनके भुगतान होने थे, वह शिक्षा विभाग ने नहीं किया.
इसके लिए मीना शर्मा ने उच्च न्यायालय की शरण ली और उच्च न्यायालय ने तत्काल ही भुगतान करने का आदेश दिया. इसके बावजूद भी विभाग शेष भुगतान नहीं कर रहा है. इससे परेशान होकर शनिवार को मीना शर्मा ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पहुंचीं और लेखा अधिकारी राम सेवक से भुगतान के संबंध में बात की. इस दौरान लेखा अधिकारी ने भुगतान के लिए बीस हजार रुपये रिश्वत की मांग की. रिश्वत की बात सुनकर मीना आक्रोशित हो गईं और हंगामा करने लगीं. हंगामा को देखकर लेखा अधिकारी वहां से फरार हो गए.
मीडिया ने जिला विद्यालय निरीक्षक अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया इनके एरियर संबंधी जो शेष भुगतान हैं, वह मंडलीय कार्यालय आगरा से होंगे. इस कार्यालय से सभी प्रपत्र भेजे जा चुके हैं. यहां से उनका कोई भी भुगतान नहीं किया जा सकता है.