मैनपुरी: जिले के दन्नाहार थाना क्षेत्र में 19 अगस्त को एक कलयुगी नाती ही बाबा का दुशमन बन गया. उसके बाबा दादी ने जब अपनी संपत्ति बेटी के नाम कर दी तो वह बौखला गया और फिर उसने तीनों को गोली मार दी. इसमें बुआ की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. साथ ही बाकी दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं उपचार के दौरान बाबा ने दम तोड़ दिया. दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक ने 5 टीमें लगाई थीं. इसमें पुलिस ने एक ही परिवार के छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही कई अभियुक्त इस हत्याकांड में शामिल है, जिन्हें पुलिस जल्द ही गिरफ्तार करने का दावा कर रही है.
दरअसल, दन्नाहार क्षेत्र के नेकापुर गांव में एक कलयुगी नाती ने अपने बाबा सत्यराम और उसके बेटी की हत्या कर दी. कुछ दिन पहले सत्यराम की पत्नी सुरजा ने अपनी बेटी सोन तारा के नाम पर अपनी मकान लिख थी. इसी के चलते आरोपी नाती लगातार अपने बाबा और दादी को परेशान करने लगा. बौखलाहट में आकर उसने घर में रखे तमंचे से एक-एक करके तीनों को गोली मार दी. वहीं घटनास्थल पर ही बुआ सोनतारा की मौत हो गई. फायरिंग की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल वृद्ध बाबा-दादी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर दोनों की हालत नाजुक देखते हुए उन्हें सैफई मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया. इसमें इलाज के दौरान बाबा ने दम तोड़ दिया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. जीवन और मौत से से जूझती उसकी दादी की ओर से दी गई तहरीर के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया.
वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने अभियुक्त रवि की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें लगा दी. पुलिस के अथक प्रयास के बाद देर रात इस घटना के मुख्य आरोपी सहित 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. कड़ी पूछताछ के दौरान आरोपी ने जुर्म कुबुल किया. पुलिस ने इन छह अभियुक्तों को जिसमें मुख्य आरोपी रवि पाल, उसकी मां मंजू देवी, उसकी बहन संध्या और भावना और उसके दो दोस्त, जिन्होंने इस हत्या में उसका साथ दिया मनोज पाल और हाकिम सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही इनके कब्जे से तमंचा, दो कारतूस, दादी और बाबा का फोन, हत्या के दौरान खून से सने हुए कपड़े बरामद हुए. सभी सबूतों के साथ पुलिस ने अभियुक्तों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उनको जेल भेज दिया गया.