मैनपुरीः मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के देहांत के बाद चाचा शिवपाल यादव (shivpal yadav) और भतीजे अखिलेश यादव को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे. यह भी कहा जाने लगा था कि उनके बीच दूरियां और बढ़ेंगी. इस बीच मुलायम के निधन से खाली हुई मैनपुरी की सीट पर सपा ने डिंपल यादव को उतारने का फैसला किया. इसके बाद अचानक अखिलेश, डिंपल और शिवपाल यादव की फोटो सुर्खियों में आने लगी. चाचा-भतीजे की जिस तल्खी को लेकर कई कयास लगाए जाते थे उस पर पूरा विराम लग गया. मुलायम का बिखरा कुनबा अब एक होकर मैनपुरी उपचुनाव (mainpuri bypoll) में डिंपल के लिए प्रचार में जुट गया. आखिर यह दूरियां मिटी कैसे, इस बारे में शुक्रवार को शिवपाल यादव ने ही खुद एक खुलासा किया.
उन्होंने कहा कि बहू डिंपल यादव चुनाव लड़ रही है, मैं भला कैसे पीछे रह सकता हूं. बहू डिंपल यादव का फोन आया था. उसने कहा था कि चाचा अब हम एक ही रहेंगे. हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे. हम सब एक हो गए हैं. मैंने बहू से कहा बेटा मैं तुम्हारे साथ हूं, मेरी गवाह तुम हो, अगर भविष्य में अखिलेश कुछ गड़बड़ करे तो तुम हो. (हंसते हुए) उन्होंने कहा कि अखिलेश कुछ गड़बड़ करे तो तुम साथ दे देना.
अंत में उन्होंने कहा कि अब एक साथ ही रहेंगे. एक दो चुनाव और लड़ेंगे. इसके बाद उन्होंने नेताजी की याद दिलाते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि यह नेताजी के साथ हमारी प्रतिष्ठा का भी चुनाव है. सब लोग एक होकर चुनाव लड़ाओ. सब लोग एक हो जाओ.
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