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मैनपुरी: 2 करोड़ की ठगी कर डाक कर्मी फरार

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में 2 करोड़ की ठगी कर डाक कर्मी फरार हो गया. डाक कर्मी पिछले 5 साल से एक ही जगह एक ही पोस्ट पर काम कर रहा था. मामले का खुलासा तब हुआ जब वह 15 अक्टूबर से गायब हो गया.

2 करोड़ की ठगी कर डाक कर्मी फरार हो गया.
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Published : Nov 4, 2019, 10:49 PM IST

मैनपुरी: जिले के थाना एलाऊ क्षेत्र के गांव एलाऊ के डाकखाने में बीपीएम पद पर तैनात हिमांशु जो कि अरम सराय बेवर का निवासी है, 2014 में डाकखाने में नियुक्ति के बाद ग्रामीणों को विश्वास में लिया. फिर घर-घर जाकर फिक्स डिपॉजिट महीने दारी के नाम पर रुपया जमा कराता रहा. अब 2 करोड़ की ठगी करने के बाद वह फरार हो गया है.

2 करोड़ की ठगी कर डाक कर्मी फरार हो गया.

ग्रामीणों को फर्जीवाड़े की खबर तब लगी, जब 15 अक्टूबर से बीपीएम गायब हो गया. ग्रामीणों ने जब डाकखाने में जाकर पासबुक में एंट्री करवाई तो अधिकतर लोगों के रुपये की एंट्री नहीं निकली, जिससे ग्रामीणों के होश उड़ गए. सबसे ज्यादा फर्जी खाते 2016 में नोटबंदी के दौरान खोले गए. फरार बीपीएम अधिकतर पंच वर्षीय योजना के खाते खोलता था. कभी कोई खाता धारक रुपये मांगता तो अपने पास से रुपये दे देता था.

एक अनुमान के मुताबिक उसने दो हजार खाते खोले हैं, जिसमें दो करोड़ रुपये की फर्जीवाड़ा करके नटवरलाल फरार हो गया. वहीं सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में ग्रामीण पहुंचकर डाक अधीक्षक विनय द्विवेदी से मिले. डाक अधीक्षक ने कहा जिन खाताधारकों की पासबुक में एंट्री है, उनको समय आने पर रुपया वापस किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- मैनपुरी: नाले में मिला महिलाकर्मी का शव, हत्या की आशंका

पीड़िता सुनीता ने कहा कि उनकी बूढ़ी मां ने एक लाख रुपये जमा कराये. पहले यह लगा किसी ने उसको मार दिया है, लेकिन गांव से जानकारी मिली कि वह भाग गया. वहीं पीड़िता अनीता ने कहा बीपीएम पर कार्रवाई हो, जिससे मुझे मेरा रुपया मिले. मीटिंग का बहाना करके मेरी पासबुक ले गया.

पीड़ित गुड्डू ने बताया कि मैंने 50 हजार रुपये एक वर्ष के लिए फिक्स किये थे, जिसका समय 16 अक्टूबर को पूरा हो गया. जब मैं रुपये निकालने के लिए डाकखाने पहुंचा तो वह गायब था. वहीं डाक अधीक्षक अपने कर्मचारी के पक्ष में खड़े नजर आए. उन्होंने कहा कि बीपीएम 15 अक्टूबर से चला गया है. मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

मैनपुरी: जिले के थाना एलाऊ क्षेत्र के गांव एलाऊ के डाकखाने में बीपीएम पद पर तैनात हिमांशु जो कि अरम सराय बेवर का निवासी है, 2014 में डाकखाने में नियुक्ति के बाद ग्रामीणों को विश्वास में लिया. फिर घर-घर जाकर फिक्स डिपॉजिट महीने दारी के नाम पर रुपया जमा कराता रहा. अब 2 करोड़ की ठगी करने के बाद वह फरार हो गया है.

2 करोड़ की ठगी कर डाक कर्मी फरार हो गया.

ग्रामीणों को फर्जीवाड़े की खबर तब लगी, जब 15 अक्टूबर से बीपीएम गायब हो गया. ग्रामीणों ने जब डाकखाने में जाकर पासबुक में एंट्री करवाई तो अधिकतर लोगों के रुपये की एंट्री नहीं निकली, जिससे ग्रामीणों के होश उड़ गए. सबसे ज्यादा फर्जी खाते 2016 में नोटबंदी के दौरान खोले गए. फरार बीपीएम अधिकतर पंच वर्षीय योजना के खाते खोलता था. कभी कोई खाता धारक रुपये मांगता तो अपने पास से रुपये दे देता था.

एक अनुमान के मुताबिक उसने दो हजार खाते खोले हैं, जिसमें दो करोड़ रुपये की फर्जीवाड़ा करके नटवरलाल फरार हो गया. वहीं सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में ग्रामीण पहुंचकर डाक अधीक्षक विनय द्विवेदी से मिले. डाक अधीक्षक ने कहा जिन खाताधारकों की पासबुक में एंट्री है, उनको समय आने पर रुपया वापस किया जाएगा.

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पीड़िता सुनीता ने कहा कि उनकी बूढ़ी मां ने एक लाख रुपये जमा कराये. पहले यह लगा किसी ने उसको मार दिया है, लेकिन गांव से जानकारी मिली कि वह भाग गया. वहीं पीड़िता अनीता ने कहा बीपीएम पर कार्रवाई हो, जिससे मुझे मेरा रुपया मिले. मीटिंग का बहाना करके मेरी पासबुक ले गया.

पीड़ित गुड्डू ने बताया कि मैंने 50 हजार रुपये एक वर्ष के लिए फिक्स किये थे, जिसका समय 16 अक्टूबर को पूरा हो गया. जब मैं रुपये निकालने के लिए डाकखाने पहुंचा तो वह गायब था. वहीं डाक अधीक्षक अपने कर्मचारी के पक्ष में खड़े नजर आए. उन्होंने कहा कि बीपीएम 15 अक्टूबर से चला गया है. मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

Intro:दो करोड़ की ठगी कर डाक कर्मी फरार 5 साल तक एक ही जगह एक ही पोस्ट पर टिका रहा डाक कर्मी विभागीय अधिकारी मामले को दबाने में जुटे ग्रामीणों को दिया जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन


Body:बीओ- मैनपुरी जनपद के थाना एलाऊ क्षेत्र के गांव एलाऊ के डाकखाने में भी बीपीएम पद पर तैनात हिमांशु जोकि अरम सराय बेवर का निवासी है 2014 में डाकखाने में नियुक्ति के बाद ग्रामीणों से मृदु भाषा बोल कर लोगों को विश्वास में लिया फिर घर-घर जाकर फिक्स डिपॉजिट महीने दारी के नाम पर रुपया लेता रहा

वही सबसे ज्यादा फर्जी खाते 2016 में नोटबंदी के दौरान खोले गए नटवर अधिकतर पंचवर्षीय योजना के खाते खोलता था कभी कोई खाता धारक रुपए मांगता तो अपने पास से रुपए दे देता था

ग्रामीणों को फर्जीवाड़े की खबर तब लगी जब 15 अक्टूबर से बीपीएम गायब हो गया और ग्रामीणों ने जब डाकखाने में जाकर पासबुक में एंट्री करवाई तो अधिकतर लोगों के रुपए की एंट्री नहीं निकली जिससे ग्रामीणों के होश उड़ गए

एक अनुमान के मुताबिक इसने दो हजार खाता खोलें जिसमें दो करोड़ रुपए की फर्जीवाड़ा करके नटवर फरार हो गया

वही आज कलेक्ट्रेट परिसर में ग्रामीणों ने आकर डाक अधीक्षक विनय द्विवेदी से मिले और उन्होंने कहा जिन खाताधारको की पासबुक में एंट्री है उनको समय आने पर रुपया वापस किया जाएगा

मेरी बूढ़ी मां के एक लाख रुपये ले गया पहले यह लगा किसी ने इसको मार दिया है लेकिन गांव से जानकारी मिली तो यह भाग गया था कुछ पासबुक यह साथ ले गया

बाइट-1- सुनीता पीड़ित

बीपीएम पर कार्यवाही हो जिससे मुझे मेरा रुपया मिले मीटिंग का बहाना करके मेरी पासबुक ले गया

बाइट-2-अनीता पीड़ित

मैंने पचास हजार रुपये की 1 वर्ष के लिए फिक्स की थी जिसका समय 16 अक्टूबर को पूरा हो गया मैं रुपए निकालने के लिए डाकखाने पहुंचा तो यह गायब था

बाइट-3- गुड्डू पीड़ित

वही डाक अधीक्षक अपने कर्मचारी के पक्ष में खड़े नजर आए उन्होंने कहा कि बीपीएम 15 अक्टूबर से चला गया है जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी

बाइट- विनय द्विवेदी डाक अधीक्षक मैनपुरी


Conclusion:डाक कर्मी 5 वर्ष तक लगातार करता रहा फर्जीवाड़ा और विभागीय अधिकारी को कानों तक कोई खबर नहीं जानकारी होने के बावजूद भी जांच की बात कह रहे हैं अधिकारी

प्रवीण सक्सेना मैनपुरी 94574 12304
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