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मैनपुरीः एसआईटी की जांच में अटकी नवोदय छात्रा मौत की गुत्थी

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में जवाहर नवोदय विद्यालय की एक छात्रा की मौत तीन महीने बाद भी एक अनसुलझी पहेली बनी हुई है. मामले में एसआईटी विद्यालय स्टाफ और परिजनों से पूछताछ कर रही है. मामले में अब तक 17 से अधिक लोगों के ब्लड सैंपल लिए जा चुके हैं.

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नहीं सुलझी नवोदय छात्रा के मौत की गुत्थी.
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Published : Dec 29, 2019, 8:15 PM IST

मैनपुरी: जिले में जवाहर नवोदय विद्यालय की एक छात्रा की मौत पुलिस के लिए अब तक अनसुलझी पहेली बनी हुई है. लगभग तीन माह के बाद भी जांच पूरी नहीं हो सकी है. परिजनों ने सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई. सीएम के सख्त रुख को देखते हुए एसआईटी टीम गठित कर दी गई. टीम ने अब तक सिर्फ ब्लड सैंपल लेने का काम किया है. छात्रा के परिजन न्याय के इंतजार में हैं.

नहीं सुलझी नवोदय छात्रा के मौत की गुत्थी.
सीएम ने लिया था एक्शनपुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट परिजनों ने सीएम से न्याय की गुहार लगाई थी. इसके बाद मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 सितम्‍बर को छात्रा की संदिग्‍ध हालात में मौत मामले में पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय को तत्‍काल प्रभाव से हटाकर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ से सम्‍बद्ध कर दिया था. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये थे.

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में जवाहर नवोदय विद्यालय की छात्रा की मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक के बाद सोमवार को वहां के जिलाधिकारी का भी तबादला कर दिया गया था. मामले में चार के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस की कार्रवाई से पीड़ित संतुष्ट नहीं हैं. परिजन लगातार मैनपुरी पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं.

एसआईटी का गठन

मामले को तूल पकड़ता देख तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया. घटना के तीन महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी कोई सुराग नहीं मिला है. एसआईटी ने लगभग दो दर्जन से अधिक विद्यालय के लोगों और छात्रा के परिजनों के डीएनए सैंपल लिए हैं. साथ ही पॉलीग्राफी टेस्ट करवाया है.

लिया जा रहा लोगों का ब्लड सैंपल
रविवार को भी 17 लोगों को डीएनए सैंपल लिए गए. इसमें कुछ विद्यालय स्टॉफ, रिश्तेदार और छात्र मौजूद हैं. पुलिस को अंदेशा है कि विद्यालय के छात्रों, स्टाफ या किसी रिश्तेदार ने घटना को अंजाम दिया है.

पुलिस ने रविवार को छात्रा के रिश्तेदार विजय मोहन मिश्रा (छात्रा के पंचनामा में गवाह) और उनके भतीजे का डीएनए सैंपल लिया है. ईटीवी से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि इतना समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. सिर्फ डीएनए और पॉलीग्राफी करवा रही है.

इसे भी पढ़ें:- मैनपुरी: एसपी ने किया छात्राओं से संवाद, सकारात्मकता बढ़ाने के लिए दिए 5 मंत्र


एसआईटी ने जांच का दायरा बढ़ाया है. पुलिस को शक है कि छात्रा के किसी रिश्तेदार ने ही घटना को अंजाम दिया गया है. विद्यालय में किसी भी व्यक्ति को प्रवेश करने की इजाजत नहीं है. ऐसे में यह एक बड़ा प्रश्न खड़ा होता है कि बाहरी व्यक्ति छात्रावास तक पहुंचा कैसे और यदि ऐसा हुआ तो विद्यालय प्रशासन क्या कर रहा था.

मैनपुरी: जिले में जवाहर नवोदय विद्यालय की एक छात्रा की मौत पुलिस के लिए अब तक अनसुलझी पहेली बनी हुई है. लगभग तीन माह के बाद भी जांच पूरी नहीं हो सकी है. परिजनों ने सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई. सीएम के सख्त रुख को देखते हुए एसआईटी टीम गठित कर दी गई. टीम ने अब तक सिर्फ ब्लड सैंपल लेने का काम किया है. छात्रा के परिजन न्याय के इंतजार में हैं.

नहीं सुलझी नवोदय छात्रा के मौत की गुत्थी.
सीएम ने लिया था एक्शनपुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट परिजनों ने सीएम से न्याय की गुहार लगाई थी. इसके बाद मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 सितम्‍बर को छात्रा की संदिग्‍ध हालात में मौत मामले में पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय को तत्‍काल प्रभाव से हटाकर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ से सम्‍बद्ध कर दिया था. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये थे.

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में जवाहर नवोदय विद्यालय की छात्रा की मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक के बाद सोमवार को वहां के जिलाधिकारी का भी तबादला कर दिया गया था. मामले में चार के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस की कार्रवाई से पीड़ित संतुष्ट नहीं हैं. परिजन लगातार मैनपुरी पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं.

एसआईटी का गठन

मामले को तूल पकड़ता देख तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया. घटना के तीन महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी कोई सुराग नहीं मिला है. एसआईटी ने लगभग दो दर्जन से अधिक विद्यालय के लोगों और छात्रा के परिजनों के डीएनए सैंपल लिए हैं. साथ ही पॉलीग्राफी टेस्ट करवाया है.

लिया जा रहा लोगों का ब्लड सैंपल
रविवार को भी 17 लोगों को डीएनए सैंपल लिए गए. इसमें कुछ विद्यालय स्टॉफ, रिश्तेदार और छात्र मौजूद हैं. पुलिस को अंदेशा है कि विद्यालय के छात्रों, स्टाफ या किसी रिश्तेदार ने घटना को अंजाम दिया है.

पुलिस ने रविवार को छात्रा के रिश्तेदार विजय मोहन मिश्रा (छात्रा के पंचनामा में गवाह) और उनके भतीजे का डीएनए सैंपल लिया है. ईटीवी से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि इतना समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. सिर्फ डीएनए और पॉलीग्राफी करवा रही है.

इसे भी पढ़ें:- मैनपुरी: एसपी ने किया छात्राओं से संवाद, सकारात्मकता बढ़ाने के लिए दिए 5 मंत्र


एसआईटी ने जांच का दायरा बढ़ाया है. पुलिस को शक है कि छात्रा के किसी रिश्तेदार ने ही घटना को अंजाम दिया गया है. विद्यालय में किसी भी व्यक्ति को प्रवेश करने की इजाजत नहीं है. ऐसे में यह एक बड़ा प्रश्न खड़ा होता है कि बाहरी व्यक्ति छात्रावास तक पहुंचा कैसे और यदि ऐसा हुआ तो विद्यालय प्रशासन क्या कर रहा था.

Intro:मैनपुरी नाबालिग छात्रा की मौत के मामले में पुलिस के लिए अब तक अनसुलझी पहेली वनी है वही लगभग एक माह होने के चलते एसआईटी डीएनए और पॉलीग्राफी जांचों में अटकी है


Body:जनपद मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय में बीते 16 सितंबर 2019 को कक्षा 11 की छात्रा की मौत के मामले में चार के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया

कार्यवाही से पीड़ित संतुष्ट नहीं थे इसी के चलते लगातार मैनपुरी पुलिस पर आरोप लग रहे थे मामले को तूल पकड़ता देख जिसका संज्ञान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया

जिसके उपरांत पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी पर गाज गिरी साथ ही तीन सदस्यी एसआईटी का गठन किया गया एक माह होने के लिए जा रहा है।

एसआईटी ने लगभग दो दर्जन से अधिक विद्यालय के लोगों और छात्रा के परिजनों के डीएनए सैंपल लिए साथ ही पॉलीग्राफी टेस्ट करवाया

आज जब जिला चिकित्सालय में ईटीवी की टीम पहुंची तो वहां पर 17 लोग डीएनए सैंपल के लिए मौजूद मिले साथ ही जिसमें कुछ विद्यालय का स्टाफ और छात्र मौजूद थे साथ ही अधिक संख्या में पीड़ित के रिश्तेदार या पीड़ित से कहीं से भी कोई संबंध है तो उनके डीएनए के लिए बुलाया गया था

पुलिस को अंदेशा है कि छात्रा के दुष्कर्म किसी परिजन द्वारा ही या किसी रिश्तेदार द्वारा ही घटना को अंजाम दिया गया है

छात्रा के रिश्तेदार विजय मोहन मिश्रा जो कि छात्रा के पंचनामा में गवाह है साथ ही सबसे पहले घटना की सूचना जब जिला चिकित्सालय में अपनी पत्नी को इलाज के लिए लाए थे तो अचानक छात्रा को उन्होंने इमरजेंसी में देखा और जिसकी सूचना परिवारी जनों को दी

आज उनको और उनके भतीजे को डीएनए सैंपल के लिए बुलाया गया जब ईटीवी ने उनसे बात किया तो उन्होंने कहा इतना समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है सिर्फ डीएनए और पॉलीग्राफी करवा रही है

बाइट- विजय मोहन मिश्रा मृतक छात्रा के रिश्तेदार


Conclusion:एसआईटी ने जो जांच का दायरा बढ़ाया है पुलिस को शक है कि छात्रा के किसी रिश्तेदार द्वारा ही घटना को अंजाम दिया गया है वहीं विद्यालय में किसी भी व्यक्ति को प्रवेश करने की इजाजत नहीं है तो बाहरी व्यक्ति छात्राओं के हॉस्टल तक पहुंचा कैसे यदि ऐसा हुआ है तो विद्यालय की बड़ी लापरवाही है

प्रवीण सक्सेना मैनपुरी 94 5741 2304
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