मैनपुरी: मैनपुरी तंबाकू की बढ़ती पैदावर से किसान भले ही खुश होते हों, लेकिन ये तंबाकू जानलेवा कैंसर की वजह बनती जा रही है. उत्तर प्रदेश में मैनपुरी तम्बाकू की अपनी अलग ही पहचान है. लोगों का ऐसा कहना है कि यह तम्बाकू में सर्वश्रेष्ठ होता है, लेकिन इसी मैनपुरी तम्बाकू को खाने से यहां के लोग आए दिन कैंसर का शिकार हो रहे हैं.
पांच हजार की आबादी में मुंह कैंसर के रोगी मौजूद
जिला मुख्यालय से महज चार किलोमीटर दूरी पर एक ललूपुर नामक गांव है. इस गांव की आबादी करीब पांच हजार है. इस गांव में मुंह कैंसर के सर्वाधिक रोगी मिल जाएंगे. ईटीवी भारत की टीम इस गांव में पहुंची और लोगों से इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश की.
कैंसर रोगियों का दर्द झलक पड़ा
ईटीवी भारत से बात करते हुए कैंसर रोगियों का दर्द झलक पड़ा. लोगों के आंखों में सरकार के प्रति आक्रोश भी था और अपनी हालात पर रोना भी. कैंसर ने इस गांव के कई लोगों को अपने आगोश में ले लिया, इसके बावजूद भी शासन व प्रशासन की ओर से सकारात्मक पहल नहीं की गई.
मैनपुरी वासियों को नहीं मिली कैंसर यूनिट की सौगात
सपा के कार्यकाल में मैनपुरी जिला अस्पताल में एक कैंसर यूनिट की सौगात दी गई थी. इसके लिए करोड़ों रुपये की मशीनें लगाई गईं. वहीं बसपा सरकार आने के बाद पेटी बंद मशीनें धूल फांकती रही और आज तक मैनपुरी वासियों को कैंसर यूनिट नसीब नहीं हो सका.
हर महीने बढ़ती है कैंसर रोगी की संख्या
जिला अस्पताल के आंकडों के अनुसार जिले में प्रतिमाह 15-16 कैंसर के रोगी मिल रहे हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार तंबाकू में निकोटीन, एसीटोन, फार्मिस्ट एसिड, ल्यूटारिक एसिड व फीनोल जैसे जहरीले तत्व होते हैं. इन हानिकारक तत्वों की वजह से मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.
ऐसा नहीं है कि मैनपुरी के किसी विशेष गांव में सर्वाधिक कैंसर रोगी हैं. हालांकि मैनपुरी की कपूरी तंबाकू एक बड़ा कारण है मुख के कैंसर का.
-अशोक कुमार पांडे, सीएमओ