मैनपुरी: जिले में बेवर थाना क्षेत्र के अहमदपुर गांव के पास मक्के के खेत में एक युवक का शव पड़ा मिला. शव की पहिचान भानु प्रताप के रूप में हुई, जो कि आईटीआई का छात्र था. परिजनों को आशंका है कि नौकरी लगवाने के लिए दलाल के माध्यम से रुपये दिया गया था. नौकरी नहीं लगने पर रुपये वापस मांगा गया था, जिसके बाद उसे दलाल की तरफ से धमकी दी जा रही थी. उसी ने घटना को अंजाम दिया होगा.
भानु प्रताप एक दिन पहले घर से बाल कटाने के लिए साइकिल से निकला था, जब वह वापस नहीं आया तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की. 14 अगस्त को परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिर्पोट दर्ज कराई. दूसरे दिन ग्रामीण कप्तान सिंह खेत पर लकड़ी लेने के लिए गए थे, इसी दौरान उनकी नजर भानु प्रताप के शव पर पड़ी, उन्होंने इसकी सूचना परिजन और पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच में जुट गई.
परिजनों ने कहा कि युवक बीएससी कर चुका था. साथ ही आईटीआई कर रहा था. बेवर का रहने वाला अनुपम ने दो वर्ष पूर्व अपने दो साथी अरविंद और पंकज के माध्यम से भानु प्रताप की रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी लगवाने के लिए 11 लाख रुपये लिया था. नौकरी नहीं लगने पर दलाल ने एक लाख रुपये वापस दे दिया था. वही 10 लाख रुपये बकाया था. कुछ दिन पहले दलाल ने चार लाख रुपये का एक चेक दिया था, जोकि खाते में रुपये ना होने के कारण चेक बाउंस हो गया था, जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है.
परिजनों ने दलाल समेत कई लोगों पर धमकाने और हत्या करने का आरोप लगाया है. अपर पुलिस अधीक्षक मधुबन कुमार सिंह ने बताया कि 14 अगस्त को देर रात थाने में सूचना दी गई थी. गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है. शव मृत अवस्था में पेड़ के नीचे पड़ा मिला था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.