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मैनपुरी: लॉकडाउन में फूलों का व्यवसाय चौपट, आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान

लॉकडाउन से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. मैनपुरी में फूलों की खेती करने वाले किसान खपत न होने से परेशान हैं. आर्थिक संकट के चलते उन्हें परिवार का भरण पोषण करना भी मुश्किल हो रहा है.

लॉकडाउन के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान.
लॉकडाउन के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान.
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Published : Apr 16, 2020, 2:05 PM IST

मैनपुरी: कोरोना संकट के वक्त लागू लॉकडाउन ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. रबी की फसल खेतों में पक कर खड़ी है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते किसान फसल कटाई करने खेतों पर नहीं पहुंच रहे. वहीं फूलों की खेती करने वाले किसान भी खासा परेशान हैं. हालांकि सरकार ने किसानों को राहत देने की बात कही है.

आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान

शहर के मोहल्ला महमूद नगर निवासी किसान नूर सैय्यद अपने ढाई बीघा जमीन पर फूलों की खेती करते हैं. इस कृषि व्यवसाय से वह परिवार का भरण पोषण करते हैं. वहीं लॉक डाउन के कारण फूलों का व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है, जिससे वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं.

lockdown in mainpuri
लॉकडाउन के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान.

खेतों में ही मुरझा रहे गुलाब

किसान महमूद ने बताया कि वह फूलों की खेती पिछले 9 वर्षों से करते आ रहे हैं. इस दौर में कभी भी ऐसा संकट नहीं आया. उनका कहना है कि व्यवसाय से हर महीने बीस हजार रुपये की आमदनी हो जाया करती थी. पहले बाजार में गुलाब के फूलों की मांग अधिक थी, इसलिए खेत से ही फूल बिक जाया करते थे. उन्हें कभी मंडी ले जाने की जरूरत नहीं पड़ी. पर अब हालात यह हैं कि खेत पर लगे गुलाब के फूल शाम तक मुरझा जाते हैं और पंखुड़िया खेतों में ही गिर जाती हैं.

मैनपुरी: कोरोना संकट के वक्त लागू लॉकडाउन ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. रबी की फसल खेतों में पक कर खड़ी है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते किसान फसल कटाई करने खेतों पर नहीं पहुंच रहे. वहीं फूलों की खेती करने वाले किसान भी खासा परेशान हैं. हालांकि सरकार ने किसानों को राहत देने की बात कही है.

आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान

शहर के मोहल्ला महमूद नगर निवासी किसान नूर सैय्यद अपने ढाई बीघा जमीन पर फूलों की खेती करते हैं. इस कृषि व्यवसाय से वह परिवार का भरण पोषण करते हैं. वहीं लॉक डाउन के कारण फूलों का व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है, जिससे वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं.

lockdown in mainpuri
लॉकडाउन के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान.

खेतों में ही मुरझा रहे गुलाब

किसान महमूद ने बताया कि वह फूलों की खेती पिछले 9 वर्षों से करते आ रहे हैं. इस दौर में कभी भी ऐसा संकट नहीं आया. उनका कहना है कि व्यवसाय से हर महीने बीस हजार रुपये की आमदनी हो जाया करती थी. पहले बाजार में गुलाब के फूलों की मांग अधिक थी, इसलिए खेत से ही फूल बिक जाया करते थे. उन्हें कभी मंडी ले जाने की जरूरत नहीं पड़ी. पर अब हालात यह हैं कि खेत पर लगे गुलाब के फूल शाम तक मुरझा जाते हैं और पंखुड़िया खेतों में ही गिर जाती हैं.

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