मैनपुरी : उत्तर प्रदेश सरकार में आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने कासगंज में हुई घटना पर दु:ख जताया. उन्होंने कहा कि इस जघन्य घटना में शहीद हुए सिपाही के परिवार के साथ हमारी संवेदना है. ईश्वर उनको इस दुख की घड़ी बाहर निकलने के लिए ताकत दे.
आबकारी मंत्री ने कहा कि समाचार पत्रों से जानकारी मिली है कि पुलिस ने एक हत्यारोपी को ढेर कर लिया है. शहीद हुए सिपाही के परिजनों को मुख्यमंत्री ने 50 लाख रुपये की सहायता राशि व नौकरी की घोषणा की है. कासगंज घटना के दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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दरअसल, ये सनसनीखेज वारदात जिले के सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर गांव की है. कासगंज जिला मुख्यालय से करीब 44 किलोमीटर दूर गंगा की कटरी स्थित नगला धीमर गांव में मंगलवार को दारोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र सिंह शराब माफिया मोतीराम की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे. इसी दौरान गांव में शराब माफियाओं ने दोनों पुलिसकर्मियों को घेर लिया और एक पेड़ से बांधकर जमकर पीटा था. शराब माफिया के हमले में सिढ़पुरा थाना में तैनात दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि सिपाही देवेंद्र की मौत हो गई.
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सिपाही की मौत के बाद पुलिस विभाग से लेकर प्रशासनिक विभागों में हड़कंप मच गया. आगरा जोन के एडीजी अजय आनंद आनन-फानन में देर रात घटनास्थल पहुंचे, और उसके बाद ही टीम गठित कर अपराधियों की तलाश शुरू हो गई. और आखिर में शराब माफिया एलकार को पुलिस टीम ने मार गिराया. वहीं एडीजी ने बताया कि मुख्य माफिया मोतीराम जो एलकार का भाई है, अभी फरार है, जिस पर 11 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.