मैनपुरी: जिले में नगर कोतवाली क्षेत्र के स्टेशन रोड पर एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार में आबकारी एवं मद्य निषेध कैबिनेट मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कृषि कानून को किसानों के लिए हितकारी बताया. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन किसानों का न होकर कम्युनिस्ट आंदोलन है. उन्होंने कहा कि विपक्ष में बैठे कम्युनिस्ट के लोग खालिस्तान के नारे लगा रहे हैं. उन्होंने विपक्ष पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह विपक्ष वही है, जो जेएनयू में भारत तेरे टुकड़े-टुकड़े होंगे के नारे लगवाता है.
वहीं मंत्री ने कानून की अच्छाइयां बताते हुए बोले कि पहले किसान अपनी फसल को बाहर कहीं दूसरे राज्यों में नहीं बेच सकता था. अब इस कानून के आने के बाद कहीं भी अपनी उपज को बेच सकता है. उन्होंने कहा कि एमएसपी रहेगी, मंडिया रहेंगी, फिर कहां कानून बेकार है. दो राज्यों की बात पर उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसान आंदोलन जो है वह राजनीति से प्रेरित है. किसान को समस्या नहीं राजनीति करने वाले लोगों को राजनीति करनी है.
उन्होंने समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कल धरना था, समाजवादी पार्टी के लोग पहले आ गए. कहीं किसान नहीं दिखाई दिया. इन्हें तो अपनी राजनीतिक रोटियां सेकनी है. किसान आंदोलन कहीं नहीं कर रहा है. हम तो किसानों की लगातार बात सुन रहे हैं. 6 बार बैठक भी हो चुकी है.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सब मुख्यमंत्रियों से बात होने के बाद ही अध्यादेश लाया गया था. उसके बाद कृषि कानून बना है जो कि किसान के हित में है अगर किसान कुछ संशोधन चाहते हैं तो हम पुनः संशोधन के लिए तैयार हैं. इस कानून को सबसे पहले मध्य प्रदेश में लागू किया गया था. इस संबंध में उन्होंने कहा कि हमें जानकारी नहीं है.