महोबा: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भले ही प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था होने का दावा करते हों, लेकिन जमीनी स्तर पर तस्वीर कुछ और ही है. महोबा में बीते एक सप्ताह से लापता युवक का शव शनिवार को गांव के बाहर कुएं में पड़ा मिला. परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर करते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए. गुस्साएं परिजनों ने थाना परिसर में जमकर हंगामा काटा. मृतक के परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस ने सक्रियता दिखाई होती तो शायद यह घटना नहीं होती. मामले की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने जल्द ही घटना का खुलासा करने का दावा किया है.
महत्वपूर्ण बिंदु
- महोबा में एक युवक का शव गांव के बाहर एक कुएं में पड़ा मिला है.
- बताया जा रहा है कि युवक एक सप्ताह से गायब था.
- परिजनों ने पुलिस पर मामले में लापरवाही करने का आरोप लगाया है.
- एसपी ने मामले का जल्द खुलासा करने की बात कही है.
29 अगस्त से लापता था युवक
मामला कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के भटेवरा गांव का है. यहां 22 वर्षीय राममिलन प्रजापति बीते 29 अगस्त से लापता था. परिजनों ने युवक के गुमशुदगी की शिकायत कुलपहाड़ पुलिस से की थी. परिजनों ने गांव की ही एक युवती पर राममिलन को अपहरण करने की आंशका जाहिर की थी. परिजनों का आरोप है कि शिकायत करने पर पुलिस गांव में आई और खानापूर्ति करके चली गई. वहीं आज राममिलन का शव गांव के बाहर एक कुएं में पड़ा मिला है. परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो राममिलन की हत्या नहीं होती.
परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक के भाई धनीराम प्रजापति ने बताया कि हमारे भाई को 10 बजे रात को ये लोग घर से उठा ले गए थे. हम लोगों को रात में पता नहीं चल पाया, सुबह जानकारी हुई तो हमने पुलिस को मामले की सूचना दी. धनीराम का कहना है कि बाबूलाल प्रजापति के घर से चीखने-चिल्लाने की आवाज आ रही थी. इस पर हमने पुलिस को बताया कि इन लोगों ने मेरे भाई को मारने की सुपारी ली है, लेकिन पुलिस ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई और खानापूर्ति करके चली गई.
एसपी मणिलाल पाटीदार ने दी जानकारी
एसपी मणिलाल पाटीदार ने बताया कि 29 अगस्त को कुलपहाड़ थाना के एक गांव से लापता एक युवक का शव मिला है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. एसपी का कहना है कि मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.