महोबा: जनपद के चरखाकी कोतवाली कस्बा क्षेत्र के मोहल्ला भैंसासुर में उस वक्त हड़कंप मच गया. जब आर्थिक तंगी से परेशान आकर एक व्यक्ति ने तालाब में कूदकर अपनी जान दे दी. बताया जा रहा है कि मृतक के घर में पिछले तीन दिनों से चूल्हा तक नहीं जला. अनाज का एक दाना तक नहीं है. जबकि पड़ोसियों ने चंदा इकट्ठा कर मृतक के शव का अंतिम संस्कार किया. पति की मौत होने से पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है.
जानकारी के मुताबिक महोबा के चरखारी कोतवाली कस्बा क्षेत्र के मोहल्ला भैंसासुर में रहने वाले 48 वर्षीय शशि कुमार सक्सेना ने फांकाकशी और मुफलिसी से परेशान होकर गुमान बिहारी मंदिर के तालाब में कूदकर अपनी जान दे दी. पति की मौत होने के बाद से उसकी पत्नी उषा का रो-रोकर बुरा हाल है. उषा ने बताया कि घर के आर्थिक हालात बेहद खराब हैं. मजदूरी न मिलने के कारण घर में दो वक्त की रोटी का इंतजाम भी नहीं हो पा रहा था तो वहीं सरकारी मदद भी नहीं मिल पाई, जिसके कारण उसका पति अक्सर परेशान रहता था. उन्होंने बताया कि सरकारी राशन कार्ड बनवाने के लिए उसने कई बार अधिकारियों की चौखट के चक्कर लगाए. लेकिन आज तक उन्हें इस मूलभूत योजना का भी लाभ नहीं मिला. अन्य योजनाओं की बात तो दूर है. टूटे-फूटे कच्चे मकान में गुजर-बसर परिवार करता रहा.
प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए भी आवेदन किया गया. लेकिन वहां भी रिश्वत के तौर पर ₹20000 की मांग की गई. पीड़ित ने बताया कि हालात पिछले 3 दिन से बेहद खराब है. मजदूरी न मिल पाने के कारण घर में 3 दिन से चूल्हा तक नहीं जला. पड़ोसियों के यहां से सूखी रोटी लाकर नमक और पानी पीकर वह गुजारा कर रहे थे और इसी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली.
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वहीं, सूचना मिलते ही चरखारी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से शव को तालाब से बाहर निकाला गया और मृतक की पत्नी को सूचना दी गई. शव कब्जे में लेकर पंचनामा भर कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. एसडीएम अरुण दीक्षित ने कहा कि मामले की जानकारी हुई है, जिसके बाद लेखपाल को मौके पर भेजा गया है. परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं है, जिसको लेकर उन्हें हर तरह की मदद दिलाए जाने की कोशिश की जाएगी.
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