महोबा: शहर में बीते रोज एक विकलांग क्रेशर व्यापारी ने दबंगों की मारपीट से आहत होकर लाइसेंसी पिस्टल से आत्महत्या कर ली थी. वहीं इस मामले में परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए सरकार से पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. मृतक अपने घर का इकलौता चिराग था, जिसकी मौत होने से उसके माता-पिता और परिवार में कोहराम मचा है. परिवार दबंग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. उनके द्वारा झांसी जनपद की रानीपुर पुलिस पर भी लापरवाही करने का गंभीर आरोप लगाया है.
दरअसल, आपको बता दें कि बीते शनिवार को महोबा शहर के हमीरपुर चुंगी इलाके में रहने वाले क्रेशर व्यापारी संदीप सिंह ने अपने ही घर में लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक के पास से सुसाइड नोट बरामद किया गया था, जिसमें उसने लिखा है कि वह अपने एक मित्र सोनू शिवहरे के साथ 15 अक्टूबर को झांसी गया हुआ था. वापस आते समय रानीपुर इलाके में शराब के नशे में आए दबंगों ने कार खड़ी करने को लेकर विवाद कर दिया. उसके बाद आरोप है कि विकलांग संदीप और उसके दोस्त के साथ बेरहमी से मारपीट की गई. उसे इस कदर मारा पीटा गया कि वह लहूलुहान हो गया.
इस मामले में स्थानीय पुलिस से शिकायत की गई. जिस पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामूली कार्रवाई कर तुरंत छोड़ दिया. इसी से आहत होकर संदीप ने अपने घर में आकर अपने पिता ब्रजराज और पत्नी रागिनी को पूरी घटना बताई. उसने बताया कि विकलांग होने के कारण उसके साथ मारपीट हुई है. यदि वह शारीरिक विकलांग न होता तो कोई उसके साथ मारपीट नहीं कर पाता. इसी बात से आहत होकर सूने घर में बीते शनिवार को उसने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली.
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वहीं अब इस मामले में अब पूरा परिवार सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा लिखवा कर गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. सुसाइड नोट में रानीपुर निवासी मुकेश यादव, चंदू, बिरजू, शिशुपाल यादव, दीपू, अखिलेश यादव की गिरफ्तारी की मांग परिवार द्वारा की जा रही है . मृतक की पत्नी रो-रो कर बताती है कि कम उम्र में उसका सुहाग उजड़ गया तो वहीं उनके पिता बताते हैं कि विकलांग होने का सदमा और मारपीट से आहत होकर उसके पुत्र ने अपनी जान दे दी. अब इस मामले में पूरा परिवार निष्पक्ष कार्रवाई की मांग कर रहा है. मृतक के दो मासूम बच्चे हैं.