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महोबा: शिक्षक दिवस पर बच्चों और अभिभावकों ने किया गुरुमाता का सम्मान

उत्तर प्रदेश के महोबा स्थित एक सरकारी विद्यालय को स्कूल की प्रिंसिपल ने कॉन्वेंट स्कूल जैसा बना दिया है. इसीलिए आज शिक्षक दिवस पर बच्चों और उनके परिजनों ने स्कूल में शिक्षक दिवस मनाते हुए शिक्षकों को सम्मानित किया.

छात्रों ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को किया सम्मानित.
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Published : Sep 5, 2019, 4:12 PM IST

महोबा: बुंदेलखंड के महोबा जिले में एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल ने विद्यालय में शिक्षा की ऐसी अलग जगाई कि न सिर्फ बच्चे बल्कि अभिभावक भी उनके कायल हो गए. इसीलिए गुरुवार को अभिभावकों और बच्चों ने उनके सम्मान में शिक्षक दिवस मनाया और शिक्षकों को सम्मानित भी किया.

जानकारी देतीं प्रिंसिपल आभा मिश्रा.

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सरकारी स्कूल को बनाया कॉन्वेंट
कबरई विकास खंड के इस पूर्व माध्यमिक विद्यालय की प्रिंसिपल ने न सिर्फ विद्यालय की तस्वीर बदल दी. साथ ही यहां पढ़ने वाले बच्चों की तकदीर भी बदलने का काम किया है. इसके चलते आज ये सरकारी स्कूल किसी कॉन्वेंट स्कूल से कम नहीं है.

इसे भी पढ़ें- राज्य शिक्षक पुरस्कार से नवाजी गईं गोरखपुर की मंजूषा सिंह

बदल दी स्कूल की तस्वीर
सरकारी स्कूल की प्रधानाध्यापिका आभा मिश्रा ने बताया कि 8 साल पहले जब मैंने इस स्कूल में कदम रखा तो स्कूल की हालत बिल्कुल जर्जर थी. जंगलनुमा स्थान में सीलनदार स्कूल की बिल्डिंग और शैक्षिक वातावरण का पूरी तरह अभाव था. लेकिन आभा ने स्कूल की तस्वीर बदलने का फैसला किया और पूरी तरह से इसमें जुट गईं.

इसे भी पढ़ें- मुख्यमंत्री का लाइव प्रसारण देख गदगद हुए शिक्षक, बोले- प्रेरणादायी है सीएम का भाषण

बच्चे गुरुमाता कहकर करते हैं सम्मानित
आभा ने बताया कि उन्होंने बिना किसी विभागीय मदद के स्कूल को पिकनिक स्पॉट जैसा स्वरूप दिया. आभा का कहना है कि स्कूल की तस्वीर बदलने में स्कूल के शिक्षकों के सहयोग नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. पाठशाला में अध्यनरत 150 से अधिक बच्चे और उनके माता-पिता आभा को आदर से गुरुमाता का दर्जा देकर सम्मानित करते हैं.

महोबा: बुंदेलखंड के महोबा जिले में एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल ने विद्यालय में शिक्षा की ऐसी अलग जगाई कि न सिर्फ बच्चे बल्कि अभिभावक भी उनके कायल हो गए. इसीलिए गुरुवार को अभिभावकों और बच्चों ने उनके सम्मान में शिक्षक दिवस मनाया और शिक्षकों को सम्मानित भी किया.

जानकारी देतीं प्रिंसिपल आभा मिश्रा.

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सरकारी स्कूल को बनाया कॉन्वेंट
कबरई विकास खंड के इस पूर्व माध्यमिक विद्यालय की प्रिंसिपल ने न सिर्फ विद्यालय की तस्वीर बदल दी. साथ ही यहां पढ़ने वाले बच्चों की तकदीर भी बदलने का काम किया है. इसके चलते आज ये सरकारी स्कूल किसी कॉन्वेंट स्कूल से कम नहीं है.

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बदल दी स्कूल की तस्वीर
सरकारी स्कूल की प्रधानाध्यापिका आभा मिश्रा ने बताया कि 8 साल पहले जब मैंने इस स्कूल में कदम रखा तो स्कूल की हालत बिल्कुल जर्जर थी. जंगलनुमा स्थान में सीलनदार स्कूल की बिल्डिंग और शैक्षिक वातावरण का पूरी तरह अभाव था. लेकिन आभा ने स्कूल की तस्वीर बदलने का फैसला किया और पूरी तरह से इसमें जुट गईं.

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बच्चे गुरुमाता कहकर करते हैं सम्मानित
आभा ने बताया कि उन्होंने बिना किसी विभागीय मदद के स्कूल को पिकनिक स्पॉट जैसा स्वरूप दिया. आभा का कहना है कि स्कूल की तस्वीर बदलने में स्कूल के शिक्षकों के सहयोग नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. पाठशाला में अध्यनरत 150 से अधिक बच्चे और उनके माता-पिता आभा को आदर से गुरुमाता का दर्जा देकर सम्मानित करते हैं.

Intro:एंकर- आज शिक्षक दिवस है आज के दिन गुरुओं के लिए खास है लेकिन आज के दौर में बहुत ही कम शिक्षक शिक्षा का दायित्व निभाते हैं खासतौर पर सरकारी स्कूल के शिक्षक लेकिन बुंदेलखंड के महोबा जिले में एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल ने विद्यालय में शिक्षा की ऐसी अलग जगाई की न सिर्फ बच्चे बल्कि अभिभावक उनके कायल हो गए इसीलिए आज के दिन उनके सम्मान में अभिभावकों सहित बच्चों ने सरप्राइज दी।





Body:अब आप कबरई विकास खंड के इस पूर्व माध्यमिक विद्यालय को देखिए जिसे देख कर आप यही कहेंगे कि यह एक सरकारी स्कूल नही है बल्कि कॉन्वेंट स्कूल है लेकिन यह हकीकत है कि जिस तरह से इस विद्यालय की प्रिंसिपल ने न सिर्फ विद्यालय की तस्वीर बदल दी बल्कि यहां पढ़ने वाले बच्चों की तकदीर ही बदल दी शायद यही वजह है कि आज के दिन बच्चे और अभिभावक अपने गुरुओं को सरप्राइज देना नही भूलते ।

क्या है खास इस विद्यालय में

सुविधा विहीन सरकारी स्कूल के मिथक को तोड़ खुद के संसाधनों से अपने स्कूल को सजा सवार कर किसी कॉन्वेंट की बराबरी पर लाने वाली इस शिक्षिका ने बच्चों में जिस प्रकार से शैक्षिक योग्यता और अनुशासन को उकेरा है वह अद्वितीय है जिले का शिक्षा विभाग उनकी त्याग तपस्या से ना सिर्फ अभिभूत है बल्कि उन्हें वह उनके विद्यालय पर नाज़ करता है बेसिक शिक्षा विभाग में करीब 28 वर्षों से सेवारत शिक्षिका आभा मिश्रा को अपने शैक्षिक कार्य का जुनून है 8 साल पहले जब उन्होंने बरा गांव के स्कूल में कदम रखे तो माहौल दे बेहद खराब था जंगल नुमा स्थान में सीलन दार गंदी स्कूल की बिल्डिंग और शैक्षिक वातावरण का पूरी तरह अभाव था लेकिन आभा मिश्रा के कुछ कर दिखाने के जज्बे ने जल्द ही यहां हालात बदल डाले विभागीय मदद के बगैर अपनी पॉकेट मनी से आवश्यकताओं की पूर्ति की परिणाम स्वरूप स्कूल की न सिर्फ आभा लौट आई बल्कि यह किसी पिकनिक स्पॉट जैसा स्वरूप पा गया शिक्षिका आभा मिश्रा के योगदान में उनके स्टाप का सहयोग नजर अंदाज नही किया जा सकता किंतु उनकी कार्यशैली किसी भी गुरु के गुरुतर व्यक्तित्व और कृतित्व का एक विशिष्ट अध्याय है पाठशाला में अध्यनरत 150 से अधिक बच्चे व उनके माता पिता उन्हें आदर से गुरुमाता का दर्जा देकर सम्मानित करते है।

वही स्कूल के छात्र रोहित ने बताया कि शिक्षक दिवस के दिन हम लोग अपने शिक्षकों को सरप्राइज दे रहे है क्योंकि आज सर्वपल्ली डॉ राधा कृष्णन का जन्म दिन भी है।
बाइट- रोहित (छात्र)




Conclusion:आभा मिश्रा ने बताया कि सहयोग से सब कुछ होता है जब मै यहाँ आई थी स्कूल की हालत बहुत खराब थी गांव वालों की मदद से और अपने स्टाप की मदद से मैने स्कूल में बेहतर से बेहतर काम कराया साथ ही विद्यालय का भौतिक परिवेश बदला ताकि बच्चो के मन मे पढ़ाई के प्रति भावना जागे।
बाइट- आभा मिश्रा (प्रधानाध्यापिका)

तेज प्रताप सिंह
महोबा यूपी
09889466159
06306038548
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