महोबाः कुलपहाड़ थाना क्षेत्र में मुफ्त में खाना खाने और चाय पीने को लेकर ढाबा संचालक और पुलिस के बीच हुए विवाद में पुलिस ने ढाबा संचालक और एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. शनिवार को कोर्ट में ढाबा संचालक की शिकायत पर कोर्ट ने पुलिस को ढाबा संचालक का पुनः मेडिकल जिला अस्पताल में कराने का निर्देश दिया.
पुलिस ने ढाबा संचालक को बनाया है आरोपी
मामला कुलपहाड़ कोतवाली थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड पर स्थित रॉयल ढाबा का है, जहां पर कुलपहाड़ कोतवाली में तैनात दारोगा आशुतोष त्रिपाठी और तीन सिपाही मुफ्त में खाना खाने को लेकर ढाबा संचालक के साथ मारपीट किया. बाद में ढाबा संचालक को मारपीट का आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश कर दिया. पुलिस का आरोप है कि दोनों व्यक्तियों को वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ा गया तो दोनों ने मारपीट कर दी, जिसमें दारोगा आशुतोष त्रिपाठी को चोट आई है.
पूरे मामले में पुलिस का रवैया संदिग्ध
पूरे मामले में कुलपहाड़ पुलिस अपने आप को छुपती-छुपाती नजर आई, साथ ही पुलिस अपने बचाव में मीडिया के सवालों का सही-सही जबाब भी नहीं दे सकी. ढाबा संचालक ने पुलिस पर रात भर मारपीट कर यातनाएं देने का आरोप लगाया है तो पुलिस भी अपने बचाव में ढावा संचालक पर पुलिस से मारपीट दोषी मानकर मारपीट करने का आरोप लगा रही है. इस मामले की विवेचना कोतवाली कुलपहाड़ के ही एलआई आर. बी. शुक्ला कर रहे हैं.
फ्री में खाना खाने का लगाया आरोप
ढाबा संचालक अरविन्द यादव का कहना है कि प्रतिदिन कुलपहाड़ कोतवाली के दारोगा सिपाहियों के साथ खाना और चाय फ्री लेते हैं और पैसे भी नही देते हैं. रोज की तरह कल भी दारोगा जी और सिपाहियों ने चाय और खाना मांगा तो हमने कर्मचारी न होने की बात दारोगा जी से बोली. इस बात पर दारोगा जी भड़क गए और मुझे और मेरे एक कर्मचारी को पकड़कर थाने ले जाकर बंद कर दिया. पूरी रात मुझे यातनाएं दी गईं और मुझे बेरहमी से मारा पीटा गया. मुझसे कहा कि इसका 302 का मुकदमा चल रहा है और यह यादव भी है इसका एनकाउंटर कर देते हैं.
पुलिस और ढाबा संचालक का वाहन चेकिंग के दौरान विवाद हो गया था, जिसमें उपनिरीक्षक आशुतोष त्रिपाठी के साथ 3 सिपाही और थे. इस मामले में एसआई को भी चोट आई है. ढाबा संचालक सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से कोर्ट ने पुनः मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा है.
-आर. बी. शुक्ला, उपनिरीक्षक
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