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अधिवक्ता आत्महत्या मामला: SP-CO को आरोपी बनाए जाने की मांग को लेकर वकीलों ने की नारेबाजी - अधिवक्ता आत्महत्या मामला

महोबा जिले में बीते दिनों हुए अधिवक्ता आत्महत्या मामले में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर में इकठ्ठा होकर मुख्यालय के मुख्य मार्गों पर जुलूस निकाला. उन्होंने एसपी और सीओ को मामले में आरोपी बनाए जाने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की.

advocate suicide case mahoba
महोबा अधिवक्ता आत्महत्या मामला.
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Published : Feb 19, 2021, 9:27 PM IST

महोबा : जिला मुख्यालय स्थित कचहरी परिसर में इकट्ठा हुए सैकड़ों अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष भारत विशाल शुक्ला के नेतृत्व में कचहरी परिसर से सदर तहसील तक जुलूस निकाला. उन्होंने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही अधिवक्ता आत्महत्या मामले में एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव और तत्कालीन सीओ सदर कालू सिंह को आरोपी बनाए जाने की मांग की.

अधिवक्ताओं ने की जमकर नारेबाजी.
ये था पूरा मामला
बीती दिनों सीनियर अधिवक्ता मुकेश पाठक ने अपनी लाइसेंसी राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक के शव के पास से पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया था, जिसमें अपनी मौत का जिम्मेदार प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव छत्रपाल सिंह यादव, उनके भतीजे विक्रम सिंह यादव, रवि सोनी, अंकित सोनी, अभय प्रताप सिंह, मनीष चौबे और आनन्द मोहन यादव को बताया था. पुलिस ने मृतक के बेटे राहुल पाठक की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया था.

मांगें पूरी न होने तक कार्य बहिष्कार
अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष भारत विशाल शुक्ला ने बताया कि मृतक अधिवक्ता ने अपने सुसाइड नोट में कुछ पुलिस अधिकारियों के नाम लिखे हैं, जिसमें पुलिस अधीक्षक व सीओ सिटी कालू सिंह का नाम है. उनके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पीड़ित परिजनों के लिए हम लोगों ने जो 50 लाख रुपये की मांग की थी, वह अब तक पूरी नहीं की गई है. आज हम लोगों ने सड़कों में आकर एसडीएम को मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन दिया है. उनका कहना है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती है, तब तक हम सभी अधिवक्ता कार्य नहीं करेंगे.

महोबा : जिला मुख्यालय स्थित कचहरी परिसर में इकट्ठा हुए सैकड़ों अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष भारत विशाल शुक्ला के नेतृत्व में कचहरी परिसर से सदर तहसील तक जुलूस निकाला. उन्होंने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही अधिवक्ता आत्महत्या मामले में एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव और तत्कालीन सीओ सदर कालू सिंह को आरोपी बनाए जाने की मांग की.

अधिवक्ताओं ने की जमकर नारेबाजी.
ये था पूरा मामला
बीती दिनों सीनियर अधिवक्ता मुकेश पाठक ने अपनी लाइसेंसी राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक के शव के पास से पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया था, जिसमें अपनी मौत का जिम्मेदार प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव छत्रपाल सिंह यादव, उनके भतीजे विक्रम सिंह यादव, रवि सोनी, अंकित सोनी, अभय प्रताप सिंह, मनीष चौबे और आनन्द मोहन यादव को बताया था. पुलिस ने मृतक के बेटे राहुल पाठक की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया था.

मांगें पूरी न होने तक कार्य बहिष्कार
अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष भारत विशाल शुक्ला ने बताया कि मृतक अधिवक्ता ने अपने सुसाइड नोट में कुछ पुलिस अधिकारियों के नाम लिखे हैं, जिसमें पुलिस अधीक्षक व सीओ सिटी कालू सिंह का नाम है. उनके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पीड़ित परिजनों के लिए हम लोगों ने जो 50 लाख रुपये की मांग की थी, वह अब तक पूरी नहीं की गई है. आज हम लोगों ने सड़कों में आकर एसडीएम को मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन दिया है. उनका कहना है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती है, तब तक हम सभी अधिवक्ता कार्य नहीं करेंगे.

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