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महोबा: सीओ ने इंस्पेक्टर से फर्जी मुकदमे में फंसाए जाने व जान का जताया खतरा

उत्तर प्रदेश में बीते दिनों हाथरस, बलरामपुर और आजमगढ़ जिलों में बेटियों के साथ हुई रेप और हत्या की वारदात से सियासी बवाल मचा हुआ है. इसी बीच अब यूपी के महोबा जिले के एक पुलिस अधिकारी ने अपने इंस्पेक्टर से ही जान का खतरा बताकर पुलिस की कार्य प्रणाली पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. जानें पूरा मामला...

co rajkumar pandey made serious allegations against inspector
महोबा के सीओ राजकुमार पांडेय.
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Published : Oct 8, 2020, 9:22 PM IST

Updated : Oct 8, 2020, 10:39 PM IST

महोबा: गाजियाबाद के पूर्व क्षेत्राधिकारी और वर्तमान में महोबा के डीएसपी राजकुमार पांडेय का ऑडियो वायरल हुआ है. ऑडियो में एक ओर उन्‍होंने गाजियाबाद के लोनी इंस्पेक्टर से अपनी जान का खतरा बताया है तो दूसरी ओर पुलिस इंस्पेक्टर को वर्दी में साक्षात रेपिस्ट बताते हुए अपनी जान बचाने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ, डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह से गुहार लगाई है.

वायरल वीडियो.

वायरल ऑडियो क्लिप में सीओ राजकुमार पांडेय का कहना है कि बिजेंद्र भड़ाना जैसे वर्दीधारी माफिया से प्लीज मेरी मदद की जाए. इसने जीडी में एंट्री करके मुझे भी जेल भेजने की धमकी दी है. साथ ही सीओ का कहना है कि लोनी इंस्पेक्टर बिजेंद्र भड़ाना के अनैतिक कामों का मैंने सीओ लोनी रहते विरोध किया था. इस पर इंस्पेक्टर ने एसएसपी से डीओ लेटर लिखवाकर मेरा ट्रांसफर करा दिया. हाल ही में वह लोनी कोतवाली में अपने कर्मचारियों से मिलने गए थे, जिस पर इंस्पेक्टर ने उनके साथ अभद्रता की और थाने न आने की धमकी दी. उससे मुझे खतरा है.

सुनवाई न होने का आरोप लगाते हुए सीओ राजकुमार पांडेय ने कहा कि एसएसपी से शिकायत की, लेकिन उनकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया. महिला से छेड़छाड़ और दुष्कर्म के सम्बन्ध में उन्होंने चार माह पूर्व भी एसएसपी को सबूत के तौर पर वीडियो भेजा था. इस वीडियो पर भी एसएसपी ने इंस्पेक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.

ये भी पढ़ें: महोबा: इलाज के लिए दर-दर भटक रहे ग्रामीण, नहीं मिल रहा आयुष्मान योजना का लाभ

co rajkumar pandey made serious allegations against inspector
पूर्व सीओ राजकुमार पांडेय.

कोरोना पॉजिटिव आने पर अस्पताल में भर्ती थे सीओ
सीओ का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव आने की वजह से वह गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती थे. वहां कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वह गाजियाबाद स्थित आवास में ही रेस्ट पर हैं. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह अपने मातहत कर्मचारियों से मिलने लोनी थाने पहुंचे थे. थाने पर आना इंस्पेक्टर को नागवार गुजरा, जिससे नाराज होकर उसने अभद्रता करते हुए जेल भेजने की धमकी दी.

तत्कालीन सीओ लोनी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच सीओ आलोक दुबे के द्वारा की जा रही है. जांच के बाद ही मामले में कुछ बोला जा सकता है.

कलानिधि नैथानी, एसएसपी, गाजियाबाद

महोबा: गाजियाबाद के पूर्व क्षेत्राधिकारी और वर्तमान में महोबा के डीएसपी राजकुमार पांडेय का ऑडियो वायरल हुआ है. ऑडियो में एक ओर उन्‍होंने गाजियाबाद के लोनी इंस्पेक्टर से अपनी जान का खतरा बताया है तो दूसरी ओर पुलिस इंस्पेक्टर को वर्दी में साक्षात रेपिस्ट बताते हुए अपनी जान बचाने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ, डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह से गुहार लगाई है.

वायरल वीडियो.

वायरल ऑडियो क्लिप में सीओ राजकुमार पांडेय का कहना है कि बिजेंद्र भड़ाना जैसे वर्दीधारी माफिया से प्लीज मेरी मदद की जाए. इसने जीडी में एंट्री करके मुझे भी जेल भेजने की धमकी दी है. साथ ही सीओ का कहना है कि लोनी इंस्पेक्टर बिजेंद्र भड़ाना के अनैतिक कामों का मैंने सीओ लोनी रहते विरोध किया था. इस पर इंस्पेक्टर ने एसएसपी से डीओ लेटर लिखवाकर मेरा ट्रांसफर करा दिया. हाल ही में वह लोनी कोतवाली में अपने कर्मचारियों से मिलने गए थे, जिस पर इंस्पेक्टर ने उनके साथ अभद्रता की और थाने न आने की धमकी दी. उससे मुझे खतरा है.

सुनवाई न होने का आरोप लगाते हुए सीओ राजकुमार पांडेय ने कहा कि एसएसपी से शिकायत की, लेकिन उनकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया. महिला से छेड़छाड़ और दुष्कर्म के सम्बन्ध में उन्होंने चार माह पूर्व भी एसएसपी को सबूत के तौर पर वीडियो भेजा था. इस वीडियो पर भी एसएसपी ने इंस्पेक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.

ये भी पढ़ें: महोबा: इलाज के लिए दर-दर भटक रहे ग्रामीण, नहीं मिल रहा आयुष्मान योजना का लाभ

co rajkumar pandey made serious allegations against inspector
पूर्व सीओ राजकुमार पांडेय.

कोरोना पॉजिटिव आने पर अस्पताल में भर्ती थे सीओ
सीओ का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव आने की वजह से वह गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती थे. वहां कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वह गाजियाबाद स्थित आवास में ही रेस्ट पर हैं. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह अपने मातहत कर्मचारियों से मिलने लोनी थाने पहुंचे थे. थाने पर आना इंस्पेक्टर को नागवार गुजरा, जिससे नाराज होकर उसने अभद्रता करते हुए जेल भेजने की धमकी दी.

तत्कालीन सीओ लोनी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच सीओ आलोक दुबे के द्वारा की जा रही है. जांच के बाद ही मामले में कुछ बोला जा सकता है.

कलानिधि नैथानी, एसएसपी, गाजियाबाद

Last Updated : Oct 8, 2020, 10:39 PM IST
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