महोबा: जिले की सदर तहसील के सिजहरी गांव में अन्ना जानवरों द्वारा फसलों को खाकर बर्बाद किए जाने से परेशान किसानों ने डीएम से मदद की गुहार लगाई है. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान शासन द्वारा गोशाला के रख-रखाव के लिए भेजी गई लाखों रुपये की धनराशि का सदुपयोग नहीं कर पा रहा है, जिससे खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो रही है. डीएम सत्येन्द्र कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए किसानों को शीघ्र ही अन्ना जानवरों से निजात दिलाने का आश्वासन दिया है.
सदर तहसील के सिजहरी गांव के रहने वाले विजय, शैलेंद्र सिंह, अमित, राम रतन, शिव सहाय, कमलेश, सुखदेव, राजकुमार सहित करीब 50 किसानों ने आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम से अन्ना जानवरों को निजात दिलाने की मांग की. किसानों की मानें तो खरीफ की फसलों की लगभग पूरी बुबाई की जा चुकी है और तिलहन, मूंग, उड़द और मूंगफली की फसल खेतों में काफी बड़ी होने लगी है. ऐसे में अन्ना जानवर झुंड बनाकर खेतों में खड़ी फसलों को खाकर चट कर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान नरेश राजपूत शासन द्वारा भेजी गई धनराशि का एक भी पैसा गौशाला निर्माण व पशुओं के रख-रखाव पर खर्च नहीं कर रहा है.
ग्राम प्रधान से शिकायत के बावजूद अन्ना जानवरों को भूसा व चारा की व्यवस्था नहीं की जा रही है, यही वजह है कि गांव के साथ-साथ दूरदराज के इलाकों में घूम रहे अन्ना जानवरों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. यह अन्ना जानवर किसानों की फसलों को बड़ी मात्रा में नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे परेशान होकर आज हम सब किसान एकजुट होकर जिला अधिकारी सत्येंद्र कुमार के पास आए थे. डीएम ने हम सभी को शीघ्र ही इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने का आश्वासन दिया है.
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ग्रामीण विजयपाल सिंह ने बताया कि सिजहरी गांव से 100 से ज्यादा किसान आज जिलाधिकारी के यहां आए. हमारे गांव में गोशाला का संचालन नहीं किया जा रहा है, जिससे हम लोगों की फसल अन्ना जानवर बर्वाद कर रहे हैं. इस वर्ष भगवान की कृपा से हमारी अच्छी फसल दिख रही है, लेकिन अन्ना जानवरों की वजह से पूरी फसल नष्ट हो रही है. डीएम सतेंद्र कुमार ने बताया कि बरसात का मौसम शुरू हो गया है, जिस कारण अन्ना पशु पेड़ के नीचे या सड़कों के किनारे बैठ रहे हैं. साथ ही बारिश के कारण हमारी कई गोशालाओं में पानी भी भर गया है, जिसको लेकर पिछले तीन दिन पहले इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक भी की गई थी. जल्द ही किसानों को इस समस्या से निजात मिलेगी.