महोबा: बुंदेलखंड में एक के बाद एक किसान आत्महत्या करने को मजबूर होता जा रहा है. दरअसल महोबा जिले में एक किसान ने भूमि अधिग्रहण की जमीन का मुआवजा न मिलने के कारण आत्महत्या कर ली. फिलहाल इस मामले में कोई भी अधिकारी कैमरे के सामने बोलने को तैयार नहीं है.
क्या है पूरा मामला
- मामला कबरई ब्लाक के गंज गांव का है, जहां के रहने वाले 67 वर्षीय किसान विशाल सिंह के ऊपर बैंक और साहूकारों का करीब 10 लाख रुपये कर्ज था.
- दरअसल मृतक किसान की जमीन सिचाई विभाग द्वारा सन 2012 में अधिग्रहित की गई थी.
- अभी तक किसान को मुआवजा नहीं मिल सका.
- दिन प्रतिदिन बैंक और साहूकारों का दबाव के कारण किसान का जीना मुहाल हो गया था.
अर्जुन सहायक परियोजना के बांध डूब क्षेत्र में सिचाई विभाग द्वारा जमीन अधिग्रहण की गई थी. जिसका मुआवजा अभी तक नहीं मिला और मृतक लगातार सिंचाई विभाग के चक्कर काटता रहा. बैक और साहूकारों के कर्ज को लेकर परेशान रहते थे. जिससे परेशान होकर आज फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
-सूरज भान सिंह, मृतक का परिजन