महराजगंज : भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर भारत और नेपाल के प्रधानमंत्री ने बहुप्रतीक्षित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट का वर्चुअल शिलान्यास किया. इस इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट परिसर में करीब 21 अलग-अलग कार्यस्थल बनाए जाएंगे. इससे दोनों देशों के व्यापार में इजाफा होगा. इसके अलावा पर्यटकों को भी कई सुविधाएं मिलेंगी.
महराजगंज जनपद के भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सोनौली सीमा पर बहुप्रतीक्षित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) लैंडपोर्ट का शिलान्यास आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने संयुक्त रूप से वर्चुअल तरीके से किया. सोनौली सीमा के समीप केवटलिया गांव में 100 एकड़ से ज्यादा की भूमि में लगभग 500 करोड़ की लागत से इस लैंडपोर्ट का निर्माण किया जाएगा.
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि इसमें कस्टम, एसएसबी, पुलिस, इमीग्रेशन सहित सभी एजेंसियां एक ही परिसर में रहकर कार्य करेंगी. सोनौली सीमा पर लैंडपोर्ट के निर्माण से एक तरफ जहां दोनों देशों के व्यापार में तेजी के साथ पर्यटकों को कई सुविधाएं मिलेंगी, वहीं इसके निर्माण से दोनों देशों के संबंधों में और भी मजबूती आएगी. सोनौली सीमा पर आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सेक्रेटरी विवेक वर्मा सहित कस्टम एसएसबी, पुलिस, इमीग्रेशन समेत कई विभागों के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि, नेपाल के सुरक्षा एवं शासकीय अधिकारी मौजूद रहे. शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि लैंडपोर्ट के निर्माण से दोनों देशों के व्यापार में तेजी आएगी.
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