कानपुर: सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए राजनीतिक दल अब प्रचार में तेजी ले आए हैं. समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी नसीम सोलंकी तो प्रचार के दौरान फूट-फूटकर रो रही हैं और अपने पति को जेल से बाहर निकलवाने के लिए कह रही हैं. सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव के सामने उन्होंने कहा कि अब छुड़वा दो विधायक जी को, मैं थक चुकी हूं. यह मेरे लिए आखिरी लड़ाई है इंशाल्लाह.
रविवार देर शाम कानपुर शहर के सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में हुए एक कार्यक्रम के दौरान यह बातें कहते हुए समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी नसीम सोलंकी रो पड़ीं. पास में खड़ी परिवार की एक सदस्य ने जब उन्हें संभाला तो नसीम ने केवल इतना कहा आप सभी से वोट की अपील करती हूं. इसके बाद नसीम फूट-फूट कर रोती रहीं, जबकि उनके बगल में सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव और समाज के कई अन्य दिग्गज मौजूद थे.
नसीम को बहुत अधिक रोता हुआ देख ठीक बगल में बैठे एमएलसी सुनील सिंह साजन ने फौरन नसीम से माइक ले लिया और कहा जो आंसू आप देख रहे हैं, यह अब बेकार नहीं जाएंगे. इन्हीं आंसुओं से सपा के पूर्व विधायक रहे इरफान सोलंकी को न्याय दिलाना है. फिर क्या था चुनावी माहौल के बीच हो रहे कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने इरफान सोलंकी जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए.
नामांकन के समय भी रो पड़ीं थीं नसीम: सीसामऊ विधानसभा सीट के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की ओर से इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को प्रत्याशी बनाया गया है. जब नसीम सोलंकी अपना नामांकन करने जा रही थीं तब भी वह रो पड़ी थीं.
वनखंडेश्वर मंदिर में किया जलाभिषेक, जलाए थे दीये: कुछ दिन पहले ही कानपुर के वन खंडेश्वर मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक किए जाने और मंदिर के अंदर ही दीये जलाने के मामले को लेकर नसीम सोलंकी अचानक ही चर्चा में आ गई थीं.
हालांकि इसके बाद नसीम सोलंकी के खिलाफ एक फतवा जारी हुआ था. इसके बाद खुद नसीम सोलंकी ने अपना एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था वह कार्यकर्ताओं के कहने पर मंदिर गई थीं. उन्होंने अपनी तरफ से कोई पूजा नहीं की थी. ना ही वह किसी की धर्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के इरादे से मंदिर गई थीं.
नसीम सोलंकी बहा रही घड़ियाली आंसू
वहीं मंगलवार को भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने सपा की अधिकृत प्रत्याशी नसीम सोलंकी के आंसू बहाने पर कहा कि, वह घड़ियाली आंसू बहा रही हैं. जब उनका पति इलाके में अपराध करता था तब उनके आंसू क्यों नहीं निकलते थे? उमेश पाल हत्याकांड हो या फिर कृष्णानंद राय हत्याकांड? तब उनके आंसू क्यों नहीं बहे. जनता उन्हें वोटिंग के दिन ही सारे जवाब दे देगी. इसके साथ ही प्रकाश पाल ने कहा कि, 13 नवंबर को पूर्व सीएम सपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा करने आ रहे हैं. हम उनसे पूछना चाहते हैं, वह दंगाई के कारनामों का हिसाब कब देंगे.
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