लखनऊ : राजधानी के इंदिरानगर थाना क्षेत्र में मरीज की मौत पर आक्रोशित लोगों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया. परिजनों का आरोप है कि गलत दवा देने पर मरीज की मौत हुई है. मरीज को केवल बुखार था. आरोप है कि बिना जांच किए डाॅक्टर ने दवा दे दी, जिसके खाने के 10 मिनट बाद ही मरीज की मौत हो गई. जानकारी के बाद मौके पर शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए तीन थानों की पुलिस पहुंची. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, इंदिरानगर थाना क्षेत्र के सुगामऊ निवासी अरविन्द को 4 दिन से बुखार आ रहा था. युवक रविवार को शिवराम चौराहे पर स्थित क्लीनिक में दिखाने गया था. डाॅक्टर ने उसे दवा देकर घर भेज दिया. दवा खाने के 10 मिनट बाद ही अरविन्द की तबियत बिगड़ने लगी. युवक की तबियत खराब होते देख परिजन उसे लोहिया हास्पिटल ले गये, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक की पत्नी मीरा रावत का आरोप है कि डाॅक्टर की लापरवाही व गलत दवा देने के कारण पति की मौत हुई है. इस मामले में मृतक के चाचा ने बताया कि अरविन्द को हल्का बुखार था. आरोप है कि निजी क्लीनिक के जनरल फिजिशियन ने बिना जांच के ही दवा दे दी. दवा खाते ही भतीजे का शरीर अकड़ने लगा और उसके मुंह से झाग निकलने लगा. इसके बाद हम लोग उसे दूसरे हास्पिटल ले गये, जहां चिकित्सकों ने बताया कि उसकी मौत हो चुकी है. जिसके बाद जगरानी व लोहिया हास्पिटल ले गए. लोहिया हास्पिटल के डाॅक्टरों ने अरविंद को मृत घोषित कर दिया.
इंदिरानगर थाना प्रभारी सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर जांच के लिए पत्र सीएमओ के पास भेजा गया है. सीएमओ द्वारा जांच कमेटी बनाकर घटना की जांच कराई जाएगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद मुकदमा पंजीकृत किया जायेगा.