लखनऊ : केजीएमयू की बागडोर जल्द ही अब नए कुलपति के हाथों जाने वाली है. माना जा रहा है कि इस बार केजीएमयू का नया कुलपति लखनऊ से ही होगा. कुलपति चयन प्रक्रिया की दौड़ में बचे सभी छह डॉक्टर लखनऊ के संस्थानों में तैनात हैं. इसमें दो संस्थानों के मुखिया का पद संभालने वाले डॉक्टरों की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है, वहीं केजीएमयू के तीन डॉक्टर भी दौड़ में शामिल हैं. अगस्त के दूसरे सप्ताह में केजीएमयू कुलपति डॉ. जनरल बिपिन पुरी सेवानिवृत्त होंगे. उसके अगले हफ्ते में केजीएमयू के नए कुलपति का नाम घोषित किया जाएगा.
केजीएमयू वीसी की नियुक्ति के लिए बनी स्क्रीनिंग समिति ने दस नाम फाइनल किए थे. इसमें केजीएमयू के एक पूर्व कुलपति, दिल्ली के एक डॉक्टर व एक पूर्व कुलपति शामिल थे, हालांकि राजभवन में हुए इंटरव्यू के बाद तीनों बाहर हो गए. अब बचे छह दावेदारों में केजीएमयू में प्रशासनिक पद संभाल रहे डॉक्टर के साथ दो अन्य विभागाध्यक्ष हैं. पीजीआई से पूर्व में यूपी के ही एक संस्थान के निदेशक का जिम्मा संभालने वाले डॉक्टर भी रेस में हैं. केजीएमयू कुलपति का कार्यकाल अगस्त के दूसरे हफ्ते में पूरा हो रहा है. इसी के तहत नए कुलपति के चयन की प्रक्रिया चल रही है, जल्द ही केजीएमयू के नए कुलपति चयनित होंगे.
नए कुलपति के चयन के लिए राजभवन की तरफ से विज्ञापन जारी किया गया था. इसमें देश भर से करीब 35 से ज्यादा डॉक्टरों ने आवेदन किया है. स्क्रीनिंग कमेटी ने शैक्षिक योग्यता, अनुभव, शोध पत्र आदि मानकों को आधार मानते हुए 10 डॉक्टरों का चयन किया था. कमेटी ने सभी से वार्ता की. कुलपति को भी केंद्र सरकार द्वारा गठित खोज और चयन समितियों द्वारा चुने गए नामों के पैनल से विज़िटर द्वारा नियुक्त किया जाता है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) विनियम, 2018 के अनुसार, किसी विश्वविद्यालय के वीसी को, सामान्य तौर पर, विजिटर वह चांसलर द्वारा विधिवत गठित खोज सह चयन समिति द्वारा अनुशंसित तीन से पांच नामों के पैनल में से नियुक्त किया जाता है.