महाराजगंज: नेपाल के पहाड़ों पर मुसलाधार बारिश होने के चलते रोहिन नदी का तटबंध टूट गया है. नौतनवां और परसामलिक थाना क्षेत्र के 6 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. घरों में पानी भर जाने से लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं.
रोहिन नदी में आई बाढ़ के चलते नौतनवां और परसामलिक क्षेत्र में शनिवार को चकदह टोला घटवा-महचहवा के बीच श्यामलाल व बलिराम के खेत के पास तटबंध टूट गया. इससे बाढ़ का पानी घटवा, मरचहवा, लालपुर, लालपुर परती जवाहवां व लालपुर गांव में भर गया. इन गांवों के संपर्क मार्ग पर दो से ढाई फुट पानी बहने से ग्रामीण गांव में ही फंसे हुए हैं. लोग ऊंचे स्थानों पर अपना सामान रखकर बाढ़ से अपना बचाव करने में जुटे हुए हैं.
रोहिन नदी का तटबंध टूटने से लालपुर परती के 80 घर, मरचहवा के 100 घर, घटवा के 100 घर, जवहवां के 70 घर और शराहपुर के 75 घर पूरी तरीके से पानी में घिरे हुए हैं. बांध पर पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि लालपुर के गोरख, शिनोद, सिकन्दर, गौरजीत, सुखचैन, रामरतन, सुरेश, मगरू, चन्द्रिका, विनोद, प्रमोद, राजू, उमेश, राकेश, हनुमान, भगवान दास, रामसागर, रामकेश, रामरतन का घर बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है. वहीं रोहिन नदी के ओवरफ्लो से परसामलिक थाना क्षेत्र के महदेइया टोला बगुलाडिह निवासी रामबेलास, जालंधर, संपत, संपुरन, चौथी, पारले के घर में बाढ़ का पानी घुस गया है.
नौतनवां क्षेत्र के रतनपुर टोला मोतीपुर से सटे पश्चिम तरफ सीवान में तेजी से बाढ़ का पानी भर रहा है. मोतीपुर हनुमान मंदिर के पास नदी का कटान तेज हो गया है. मंदिर नदी में कभी भी विलीन हो जाएगा. पचडिहवा गांव के सामने रोहिन ओवरफ्लो हो रही है, जिससे खतरा बढ़ता ही जा रहा है. इसी तरह जमुहानी गांव के लखन, श्रीराम, हिस्सेदार, छट्ठू, अमरावती, रामावतार, राजाराम, वंशु, भोला, हरिराम, राजेन्द्र, शिवनंद, रामकेवल, कंचन, सुखराज, शारदा, तूफानी, बबलू, हेमचली, प्रकाश, बहाउल, राजू, मुखलाल आदि के घरों में भी पानी घुस गया है.
चन्दन नदी के पानी से ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के भरवलिया, लक्ष्मीपुर खुर्द, मैरी, चटिया, तुरकाहिया, बकुल्डीहा, बोडना आदि गावों में बाढ़ का पानी घुस गया है. झरही नदी से नोमेंस लैंड होते ठूठीबारी के कस्बे के शांति नगर, मरचहवा में भी बाढ़ का पानी घुसा हुआ है. लोग अपने घरों से जरूरत के सामान निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं.
सबसे बड़ी बात यह है कि बांधों के मरम्मत के नाम पर हर साल अरबों रुपये खर्च होने के बाद भी बांध जगह-जगह जर्जर बने हुए हैं. ऐसे में बंधे के किनारे बसे लोग बाढ़ को लेकर भयभीत रहते हैं. समय रहते अन्य स्थानों पर बंधे का ठीक से मरम्मत कार्य नहीं हुआ तो कभी भी बाढ़ से तबाही मच सकती है. सूचना मिलते ही एसडीएम नौतनवा प्रमोद कुमार, हल्का लेखपाल व कानूनगों के साथ मौके पर पहुंचे. बाढ़ के पानी का निरीक्षण किया. साथ ही ग्रामीणों को हर संभव मदद करने का भरोसा जताया.
एसडीएम नौतनवां प्रमोद कुमार ने बताया कि टूटे रोहिन के तटबंध का निरीक्षण किया गया. लेखपाल व कानूनगों की टीम को मौके पर भेजा गया है. बाढ़ में फसें लोगों को निकालने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है. उनके खाने-पीने के लिए भी इंतजाम किया जा रहा है. बाढ़ से प्रभावित सभी गांवों का सर्वे कराने के लिए निर्देश दिया गया.