महाराजगंज: कोरोना महामारी की वजह से नेपाल में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से एक गाइडलाइन जारी की गई है. इसके तहत महाराजगंज जनपद के सोनौली सीमा से प्रथम चरण में 26 मई से लेकर 29 मई तक नेपाल में फंसे 500 भारतीय नागरिक हर दिन लाए जाएंगे. इन सभी भारतीय नागरिकों का सोनौली सीमा पर स्थित भारतीय इमीग्रेशन में पंजीकरण किया जाएगा. इसके बाद उन्हें 7 दिन की क्वारंटाइन करने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद अपने गंतव्य को भेजाा जायेगा.
भारत सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी होने के बाद भारतीय नागरिकों को लाने और उनके अन्य सुविधाओं को बेहतर ढंग से सुनिश्चित कराने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी डॉ. उज्जवल कुमार और पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान सहित जिले के अन्य आला अधिकारी सोनौली सीमा पहुंचे. यहां उन्होंने इमीग्रेशन कार्यालय का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. साथ ही सोनौली सीमा के नोमैंस लैंड का निरीक्षण कर नेपाल के अधिकारियों से भी इस संबंध में बातचीत की.
जिलाधिकारी डॉ. उज्जवल कुमार ने बताया कि नेपाल सरकार से बातचीत के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है. इसके प्रथम चरण में 26 मई से लेकर 29 मई तक सोनौली सीमा से हर रोज 500 भारतीय नागरिकों को नेपाल से लाया जाएगा. सोनौली सीमा पर स्थिति भारतीय इमीग्रेशन कार्यालय में आवश्यक कार्रवाई के बाद उन्हें 7 दिनों तक क्वारन्टाइन में रखा जाएगा. इसके बाद उन्हें उनके गंतव्य तक भेज कर 7 दिनों तक होम क्वारंटाइन की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी.