महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में हत्या कर फेंकी गई लाश की पहचान के बाद एसपी ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया. एसपी ने बताया कि प्रेमिका ने अपने प्रेमी को मिलने के लिए बुलाया और पिता-भाई के साथ मिलकर प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि गोरखपुर के कैम्पियरगंज क्षेत्र की रहने वाली दुर्विजय की प्रेमिका ने उसको फोन कर 27 दिसंबर की रात में मिलने के लिए अपने घर पर बुलाया था. घर के पीछे की खिड़की से जब वह कमरे में प्रवेश किया तो युवती ने शोर मचा दिया था. जिसके प्रेमिका के पिता आ गए और उन्होंने प्रेमी (दुर्विजय) को दौड़ाकर पकड़ लिया.
दुर्विजय को आरोपियों ने मकान के खंभे में रस्सी से बांधकर लाठी-डंडे से बुरी तरह से पीटा और सुबह आरोपी दुर्विजय को बाइक पर बिठाकर सिकंदराजीतपुर बांध ले गए. जहां रस्सी से गला दबाकर दुर्विजय की हत्या कर दी और शव को फेंककर फरार हो गए.
बेटी से पहले पिता से हुई दोस्ती
पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि 28 दिसंबर को धानी क्षेत्र के सिकन्दराजीतपुर बंधे पर एक अज्ञात युवक का शव मिला था. मृतक की पहचान दुर्विजय निवासी असुरैना टोला कुकेसर के रूप में हुई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह थ्रोटलिंग (गला दबाकर हत्या) बताई गई. ब्लाइंड मर्डर केस होने की वजह से अपर पुलिस अधीक्षक निवेश कटियार के पर्यवेक्षण में सीओ फरेंदा व बृजमनगंज थाना की पुलिस टीम का गठन किया गया था. जांच में पता चला कि दुर्विजय कैम्पियरगंज क्षेत्र के बड़ुआ टोला गौरा निवासी संजय सिंह के साथ मुम्बई में ट्रक चलाता था. इसी वजह से घर आने-जाने के दौरान संजय की बेटी के साथ उसकी नजदीकियां बढ़ गईं थी. इसकी जानकारी में होने के बाद परिजनों को नागवार लगा. इसके बाद उसे घर बुलाकर पिता संजय सिंह व भाई शेरू सिंह ने उसकी हत्या कर दी.
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