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महराजगंज में बाढ़ जैसे हालात, गंडक सहित तीन नदियां खतरे के निशान से ऊपर

महराजगंज में भारी बारिश के चलते गंडक नदी सहित तीन नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जल स्तर बढ़ने की वजह से महाव नाले का तटबंध चार जगहों से टूट गया है. आलम ये है कि फसलें जलमग्न हो गई है और घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

Gandak river maharajganj
महराजगंज में बाढ़
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Published : Jun 16, 2021, 5:58 PM IST

Updated : Jun 16, 2021, 8:00 PM IST

महराजगंज : नेपाल के पहाड़ी इलाकों में बीते तीन दिनों से लगातार हो रही भारी बरसात से महराजगंज में गंडक सहित तीन नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. कई पहाड़ी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को छूने के कगार पर है. वहीं नेपाल के पहाड़ों से बहकर आ रहे महाव नाले का तटबंध चार जगहों से टूट गया है, जिससे सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है. कई घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है.

जानकारी देते जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार

इसे भी पढ़ें- बाढ़ से बांधों को खतरा, मानसून से पहले मरम्मत में जुटा विभाग

जिले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंडक सहित कई नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार सहित सिंचाई एवं प्रशासनिक विभाग के अधिकारियों ने बाढ़ से संभावित क्षेत्रों का दौरा कर आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए हैं. महाव नाले के टूटे तटबंध का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी ने बताया कि गंडक नदी, चंदन और प्यास नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. वहीं अन्य नदियां खतरे के निशान के आस-पास हैं. गांव में पानी घुसने की स्थिति में ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और राहत पहुंचाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं.

इसे भी पढ़ें-प्रयागराज में बाढ़ से निपटने को लेकर होने लगी तैयारियां, प्रशासन ने कसी कमर

महाव नाले पर चार जगह टूटे तटबंध से करीब छह गांव की कई एकड़ फसल डूब चुकी है. वहीं कई घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे ग्रामीण डरे हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर निरीक्षण करने नहीं आया है. हर साल तटबंध टूटने से उन लोगों को बाढ़ की विभीषिका झेलनी पड़ती है. अभी भी बाहर आने का खतरा सता रहा है.

महराजगंज : नेपाल के पहाड़ी इलाकों में बीते तीन दिनों से लगातार हो रही भारी बरसात से महराजगंज में गंडक सहित तीन नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. कई पहाड़ी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को छूने के कगार पर है. वहीं नेपाल के पहाड़ों से बहकर आ रहे महाव नाले का तटबंध चार जगहों से टूट गया है, जिससे सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है. कई घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है.

जानकारी देते जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार

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जिले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंडक सहित कई नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार सहित सिंचाई एवं प्रशासनिक विभाग के अधिकारियों ने बाढ़ से संभावित क्षेत्रों का दौरा कर आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए हैं. महाव नाले के टूटे तटबंध का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी ने बताया कि गंडक नदी, चंदन और प्यास नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. वहीं अन्य नदियां खतरे के निशान के आस-पास हैं. गांव में पानी घुसने की स्थिति में ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और राहत पहुंचाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं.

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महाव नाले पर चार जगह टूटे तटबंध से करीब छह गांव की कई एकड़ फसल डूब चुकी है. वहीं कई घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे ग्रामीण डरे हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर निरीक्षण करने नहीं आया है. हर साल तटबंध टूटने से उन लोगों को बाढ़ की विभीषिका झेलनी पड़ती है. अभी भी बाहर आने का खतरा सता रहा है.

Last Updated : Jun 16, 2021, 8:00 PM IST
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