महराजगंज: जिले के एक युवती के साथ नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. आरोप है कि गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तैनात एक तैनात एक डॉक्टर और नर्स ने युवती को एएनएम की नौकरी का झांसा दिया और 9.86 लाख रुपये ठग लिए. थाने में सुनवाई न होने पर पीड़िता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. इसके बाद 11 अगस्त को कोर्ट ने सदर कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. फिलहाल मुकदमा दर्ज कर मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है.
दरअसल, चौक थाना क्षेत्र के रहने वाली पीड़िता के भाई ने बताया कि उसकी बहन एएनएम की पढ़ाई कर रही है. कुछ दिनों पहले उसकी मुलाकात बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात प्रमिला से हुई. प्रमिला ने एएनएम की पढ़ाई कर रही छात्राओं की नौकरी लगवाने की बात कही. उसने मेडिकल कालेज में ही तैनात डॉ. गोविंद उर्फ अमन राजपूत से मुलाकात कराई. डॉक्टर ने नौकरी लगवाने के नाम पर 12 लाख रुपये की मांग की. इसके बाद में 9.86 लाख रुपये दिए गए. लेकिन, बहन की नौकरी नहीं लगी.
पीड़िता के भाई के अनुसार, 24 अप्रैल को महराजगंज के बैकुंठपुर में नर्स और डॉक्टर दोनों दिखे. वह बहन की नौकरी के लिए दिए पैसे वापस मांगने लगा, तो दोनों आक्रोशित हो गए और चले गए. इसके बाद में उसने सदर कोतवाली में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. करवाई न होता देख उसने न्यायालय की शरण ली. इसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ.
वहीं, सदर कोतवाल रवि कुमार राय ने बताया कि मामले में पीड़ित की तहरीर पर बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर की स्टाफ नर्स प्रमिला और डॉ. गोविंद उर्फ अमन राजपूत के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
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