महाराजगंज: जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के बांसपार बजौली गांव में अपहरण किए गए मासूम का कल देर शाम शव मिलने के बाद परिजन काफी आक्रोशित हैं. परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रविवार सुबह फरेंदा महाराजगंज एनएच 730 मार्ग को जाम कर दिया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही से मासूम की हत्या हुई है.
परिजनों का आरोप है कि बीते पांच सितंबर को ही धमकी भरे मैसेज की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी गई थी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई, अगर समय रहते कार्रवाई की गई होती तो आज उसके बच्चे की हत्या नहीं हुई होती. परिजनों का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री मौके पर नहीं आएंगे तब तक वह यहां से नहीं हटेंगे. उनका कहना है कि यहां के प्रशासन पुलिस पर उन्हें कोई विश्वास नहीं है.
जानिए पूरा मामला
ग्राम सभा बांसपार टोला भुलनापुर निवासी कृष्णा गुप्ता ने सदर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनका सात साल का बेटा पीयूष गांव के बगीचे में नौ दिसंबर को खेल रहा था, जहां से कुछ लोग उसे उठा ले गए. इधर-उधर काफी तलाश किया, लेकिन कहीं पर पता नहीं चला. थक हार कर कोतवाली में इसकी तहरीर दी. तहरीर के आधार पर सदर कोतवाली पुलिस जहां अज्ञात अपहरणकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन में जुटी थी, वहीं इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है.
महाराजगंज जिले के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र बांसपार बजौली गाव से अपहृत सात वर्षीय मासूम पीयूष का शव शनिवार देर शाम उसके घर से थोड़ी दूर पर पुलिस ने बरामद किया है. मासूम पीयूष के रिश्ते में नाबालिग चाचा ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया था. उसी की निशानदेही पर शव बरामद किया गया है.
परिजनों ने राजमार्ग किया जाम
वहीं शव मिलने के बाद परिजन काफी आक्रोशित थे और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए NH-730 सदर कोतवाली के सामने फरेंदा महाराजगंज मार्ग को जाम कर दिया. परिजनों का कहना है कि जब तक मौके पर मुख्यमंत्री ना आ जाएं तब तक वह इसी तरह सड़क जाम किए रहेंगे. वहीं पुलिस प्रशासन परिजनों को मनाने की मिन्नतें कर रहा है.