महराजगंजः जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा मोहद्दीनपुर में पंचायत चुनाव में हारने के बाद पूर्व ग्राम प्रधान ने अपने प्रतिद्वंद्वी ग्राम प्रधान और उनके समर्थकों को फंसाने के लिए रची गई अपहरण की झूठी कहानी का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने झूठी साजिश रचने वाले पूर्व ग्राम प्रधान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
पूर्व प्रधान भट्ठे से गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक पनियरा दिलीप सिंह और स्वाट/सर्विलांस टीम प्रभारी शशांकशेखर राय सिकन्दराजीतपुर धानी कस्बे से कुछ दूर पहले मुखबिर की सूचना पर ईंट भट्ठे पर काम कर रहे एक व्यक्ति को पकड़ा. पकड़े गये व्यक्ति का फोटो मिलान किया गया तो अपहृत नरसिंह केवट से हूबहू मिला. पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर अपने कृत्य की माफी मांगते हुए नरसिंह कहने लगा कि साहब मुझसे गलती हो गई. मैं अपने गांव के पूर्व प्रधान मोतीचन्द पुत्र राजबली निवासी मोहद्दीनपुर थाना पनियरा जनपद महराजगंज के बहकावे में आकर अपने विपक्षी योगेन्द्र यादव पुत्र ईश्वचन्द यादव को फंसाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रची थी. मैं 5 मई को सुबह 5.30 बजे भट्ठे पर काम करने की बात कहकर घर से निकला था. मोतीचंद के दबाव में मैंने अपना मोबाइल बंद कर लिया तथा अपने आप को भट्ठे तक सीमित कर लिया.
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भट्ठे पर काम करता मिला पूर्व प्रधान
7 मई को रात्रि के लगभग 9.00 बजे मोतीचन्द प्रधान के मोबाइल पर फोन किया और उनके कहे अनुसार मैं रो-रो कर झूठी कहानी कहने लगा. इसके बाद मैं अपना मोबाइल पुनः बंद कर छुप गया. मैंने यह बात भट्ठे पर किसी से नहीं बताया और इसके बाद क्या हुआ मुझे कुछ नही मालूम है. मेरा किसी ने अपहरण नहीं किया है और न ही मुझे मारा पीटा अथवा प्रताड़ित किया है. मैं मोतीचन्द के प्रभाव व बहकावे में आकर धर्मदास, रमाकान्त व संजय का नाम ले लिया तथा तीन अन्य लोगों को अज्ञात बता दिया.