महराजगंज: शारदीय नवरात्र की धूम हर तरफ है. मां दुर्गा के मंदिरों में भक्तों का हुजूम उमड़ा हुआ है. मंदिर चाहे जहां का भी हो सब का एक अलग ही महत्व होता है. महराजगंज जिले के फरेंदा में स्थित मां लेहड़ा देवी के मंदिर में कोई भी सच्चे दिल से मन्नत मांगता है तो उसकी हर मुराद पूरी होती है. इसके साथ ही कुछ श्रद्धालुओं का कहना है कि इस मंदिर में किन्नरों से नृत्य कराने पर हर मन्नत पूरी हो जाती है. इसी क्रम में मां के प्रति एक नाविक के कुचक्र और पांडव काल की कई कहानियां जुड़ी हैं. मां के दरबार में भारत के अनेक राज्यों के साथ-साथ नेपाल से भी काफी संख्या में भक्त आते हैं.
किन्नरों से नृत्य कराने से मुराद होती है पूरी
इस मंदिर में एक प्रथा है कि जो भी अपने अंचल में किन्नरों से नृत्य करवाता है उसकी हर मुराद पूरी होती है. इस कारण हर समय यहां पर नृत्य होता रहता है साथ ही शादी विवाह के कार्यक्रम में भी नृत्य होता है. इस समय भारत के अनेक प्रांतों के अलावा नेपाल से भी भारी मात्रा में भक्तों का हुजूम उमड़ता है.
जब लेहड़ा माता ने किशोरी का रूप धारण किया
महाराजगंज के फरेंदा में स्थित लेहड़ा माता के भव्य मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कई हजार साल पहले यहां पर एक नदी बहती थी. जहां एक दिन माता एक किशोरी का रूप धारण करके गई और नाविक से नदी पार कराने को कहा. मां की सुंदरता पर आसक्त हो नाविक ने उनसे छेड़खानी करनी चाहा. इस पर कुपित होकर मां ने नाविक और नाव के साथ उसी पल जल समाधि ले ली. महाभारत काल में यहीं पर अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने मां की आराधना की थी. द्रौपदी के आंचल फैलाकर आशीर्वाद मांगने पर मां ने पांडवों को विजयश्री का आशीर्वाद दिया था.