महराजगंज: कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने और बचाव के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लाॅकडाउन है. इस दौरान लोगों से केवल जरूरी काम के लिए ही अपने घरों से बाहर निकलने का निर्देश केंद्र और राज्य सरकार की ओर से निर्देश दिया गया है. वहीं जिल के एक गांव पर सीसीटीव से नजर रखी जा रही है.
गांव में नहीं आ सकता बाहरी व्यक्ति, तीसरी आंख की है सब पर नजर
जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर स्थित मोहद्दीपुर गांव में लाॅकडाउन का पूरी तरह से पालन कराने लिए लोग अलर्ट हैं. गांव में आने वाले बाहरी व्यक्ति की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरें से निगरानी रखी जा रही है. वहीं गांव से बाहर प्राथमिक विद्यालय में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. जहां 25 मार्च के बाद लाॅकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों और शहरों से आए गांव के 19 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. इनमें दो बच्चें और एक महिला भी है. यहां रह रहे लोगों के खाने आदि की व्यवस्था पंचायत की ओर से की गई है. वहीं सेंटर में ही कंट्रोल रूम भी बनाया गया है. जहां से पूरे गांव की निगरानी की जा रही है.
स्वच्छता के लिए प्रदेश स्तर पर गांव को मिला है अवार्ड
यह गांव पहले भी चर्चा में रहा है. स्वचछ भारत मिशन को सफल बनाने के लिए ग्राम प्रधान योगेंद्र यादव के नेतृत्व में ग्रामीणों ने शत प्रतिशत शौचालय का निर्माण कराया है. इसके लिए ग्राम पंतायत को प्रदेश और जिला स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है. प्रधान ने बताया कि पंचायत के सदस्यों की एक टीम बनाई गई है, जो ग्रामीणों को लगातार कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव के प्रति जागरूक कर रही है. इसके अलावा टीम गांव में रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों और जरूरतमंदों की पहचान कर उन्हें खाद्य सामग्री मुहैया करा रही है. जिससे कि लाॅकडाउन की वजह से काम ठप होने के कारण दिहाड़ी मजदूरों को खाने की समस्या का सामना न करना पड़े.